रूद्रप्रयाग: पहाडी जनपदों से पलायन को रोकने के लिए कृषि, उद्यान, उद्योग, पर्यटन, पषुपालन तथा खादी ग्रामोद्योग विभाग को मिलकर आगामी तीन साल के लिए माहवार एक्षन प्लान बनाने के निर्देष गढ़वाल मंडल आयुक्त डाॅक्टर बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने जिला सभागार में जिला सैक्टर, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित एवं बाह्य सहायतित योजनाओं की विभागवार वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिये।
समय-समय पर जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न विभागों के कार्यो का निरीक्षण किया जाता है। निरीक्षण की रिपोर्ट एक समान हो व आसानी से विभागीय येाजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन किया जा सके इसके लिए जिलाधिकारी को 20 बिन्दुओं की एक निरीक्षण चैकलिस्ट तैयार करने, सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजना व नवाचार के अनुप्रयोग से पहाडी जिलों में कुपोषण की समस्या से स्थाई रूप से निदान हेतु संयुक्त मजिस्ट्रेट गौरव कुमार को तीन माह के भीतर कार्ययोजना तैयार कर रिपोर्ट देने, अटल आयुष्मान योजना में धीमी गति से बन रहे कार्डो के संबंध में सीएमओ को 10 दिन के भीतर कारणों की खोज करते हुए समाधान की रिपोर्ट देने, जनपद के 17 माॅडल विलेज में आगामी तीन वर्षों में होने वाले कार्यक्रम की कार्ययोजना 10 दिन के भीतर तैयार करने के निर्देष दिए। वन विभाग की समीक्षा करते हुए आयुक्त ने जिलाधिकारी व डीएफओ को फायर सीजन के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देष दिये। कहा कि इस समय लोक सभा चुनाव के कारण वन विभाग में मैनपावर की कमी हो सकती है। उन्होंने वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम के लिए गांव के लोगों को भी आवष्यक प्रषिक्षण देकर जागरूक करने को कहा।
लोनिवि रूद्रप्रयाग द्वारा जिला योजना के तहत जनवरी तक वित्तीय प्रगति न्यून होने पर गढवाल आयुक्त ने कडी नाराजगी जाहिर करते हुए जिलाधिकारी को लोक निर्माण विभाग के कार्यो की गहनता से समीक्षा करने के निर्देष दिये। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए आयुक्त ने आयुष्मान भारत योजना का व्यापक प्रचार प्रसार कर गोल्डन कार्ड बनाने में तेजी लाने तथा अधिक से अधिक लोगों तक इस योजना का लाभ पहुॅचाने के निर्देष दिये। कहा कि जानकारी के अभाव में लोग इस योजना का लाभ नही उठा पा रहे है। गढवाल आयुक्त ने समाज कल्याण विभाग में अनुसूचित जाति कल्याण, विकलांग, महिला एवं विधवा पेंषन की धनराषि समय से लाभार्थियों को उपलब्ध कराने के निर्देष समाज कल्याण अधिकारी को दिये।
बैठक में जिलाधिकारी मंगेष घिल्डियाल ने गढ़वाल आयुक्त को अवगत कराया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए जिला योजना के अन्तर्गत अनुमोदित 3199.00 लाख धनराषि के सापेक्ष 2030.30 लाख की धनराषि विभागों को अवमुक्त की गई है, जिसमें से 63.47 प्रतिषत धनराषि विभागों द्वारा व्यय की जा चुकी है। राज्य सैक्टर में अवमुक्त धनराषि 8935.95 लाख के सापेक्ष 64.62 प्रतिषत, केन्द्र पोषित में अवमुक्त धनराषि 13892.87 लाख के सापेक्ष 69.66 प्रतिषत विभागों द्वारा व्यय किया जा चुका है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा राज्य के 13 डेस्टिनेषन में सम्मिलित चिरबटिया में किए जाने वाले कार्याे की जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी गई। कार्ययोजना के माध्यम से बताया गया कि किस प्रकार से चिरबटिया को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा माँ प्रोजेक्ट, षिक्षा विभाग द्वारा प्रोजेक्ट लक्ष्य एप, उद्यान, कृषि व अन्य विभागों ने पीपीटी के माध्यम से कार्यो की जानकारी दी।
इसकेे पष्चात गढवाल आयुक्त द्वारा आपदा कन्ट्रोल रूम में एलईडी स्क्रीन के माध्यम से सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड में चल रहे कार्यो को, अलकनंदा नदी के बायें तट, एसटीपी प्लान्ट, प्रसाद योजना के तहत बस अड्डे की पार्किग, जीआईसी रूद्रप्रयाग में लोकल इन्ट्रानेट के माध्यम से संचालित क्लासेस का निरीक्षण भी किया।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी एन एस रावत, एडीएम गिरीष गुणवन्त, डीएफओ मंयक षेखर, अधीक्षण अभियंता लोनिवि मुकेष परमार, सीएमओ डा0 एस के झा, एसडीएम सदर देवानन्द, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी राजेष कुमार, डीडीओ ए एस गुज्याल, एआरटीओ मोहित कोठारी सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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