चंडीगढ़:सीबीआई ने पंजाब के डीआईजी और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार के बाद डीजीआई के परिसरों पर छापेमारी की गई। इस दौरान डीआईजी के घर से करोड़ों रुपये की नकदी और महंगी चीजें मिली हैं।सीबीआई ने पंजाब और चंडीगढ़ स्थित डीआईजी के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें भारी मात्रा में नकदी और कई दस्तावेज बरामद किए गए।
सीबीआई ने पंजाब के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार केस के आरोपों में गिरफ्तार किया है। भुल्लर वर्तमान में रूपनगर रेंज में पुलिस उप महानिरीक्षक के पद पर तैनात थे। उनके साथ एक निजी व्यक्ति कृष्णा को भी गिरफ्तार किया गया है, जो कथित रूप से उनका बिचौलिया बताया जा रहा है।सीबीआई ने बताया कि यह कार्रवाई एक शिकायत के आधार पर शुरू की गई थी, जिसमें एक कबाड़ी व्यापारी आकाश बट्टा ने आरोप लगाया था कि डीआईजी भुल्लर ने उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी थी और 8 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इसके बाद हर महीने सेटेलमेंट के नाम पर रकम देने का दबाव बनाया जा रहा था।
शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और गुरुवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-21 में कृष्णा को रंगे हाथों 8 लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही रुपये सौंपे गए, सीबीआई ने शिकायतकर्ता और डीआईजी के बीच एक नियंत्रित फोन कॉल करवाई, जिसमें अधिकारी ने रकम मिलने की पुष्टि की और दोनों को अपने कार्यालय आने के लिए कहा। इस सबूत के आधार पर सीबीआई ने मोहाली स्थित उनके कार्यालय से डीआईजी भुल्लर को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने रोपड़, मोहाली और चंडीगढ़ स्थित कई परिसरों पर छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में नकदी और कीमती सामान बरामद हुआ।जांच एजेंसी के अनुसार, अब तक करीब 5 करोड़ रुपये नकद, 1.5 किलोग्राम सोना और आभूषण, दो लग्जरी कारों (मर्सिडीज और ऑडी) की चाबियां, 22 महंगी घड़ियां, अचल संपत्तियों के दस्तावेज, विदेशी शराब के 40 लीटर स्टॉक, और कई हथियार बरामद किए गए हैं।
वहीं, कृष्णा के घर से अतिरिक्त 21 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।एजेंसी अब यह जांच कर रही है कि भुल्लर की यह अवैध संपत्ति किन स्रोतों से आई और क्या इसमें मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल शामिल हैं। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी अधिकारी लंबे समय से रिश्वत के जरिए मामले निपटाने का रैकेट चला रहा था।