भूकंप से 9 लोगों की मौत, 6.3 की तीव्रता से कांपा अफगानिस्तान

नई दिल्लीः भूकंप के भयंकर झटकों से अफगानिस्तान दहल गया है। रात 12 बजकर 47 मिनट पर आए भूकंप से 9 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। भूकंप से कई इमारतें भी ध्वस्त हुई हैं और सड़कों-घरों में दरारें आ गई हैं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 मापी गई। वहीं भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के जलालाबाद शहर से 27 किलोमीटर दूर पूर्व-उत्तरपूर्व में धरती के नीचे 8 किलोमीटर की गहराई में मिला।

अफगानिस्तान में आए भूकंप से जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। अफगानिस्तान नंगरहर स्टेट में कम से कम 9 लोग की मौत हुई है और 15 लोग घायल हुए हैं। कई घर और इमारतें ढह गई हैं, जिनके मलबे नीचे दबने से लोग घायल हुए हैं। दाराह-ए-नूर जिले के साटिन गांव में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, 12 बजकर 47 मिनट पर 6.3 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद 4 बार और अफगानिस्तान में भूकंप आ चुका है। एक बजकर 8 मिनट पर 4.7 की तीव्रता वाला भूकंप आया। एक बजकर 59 मिनट पर 4.3 की तीव्रता वाला भूकंप आया। 3 बजकर 3 मिनट पर 5 की तीव्रता वाला भूकंप आया। अलसुबह 5 बजकर 16 मिनट पर भी 5 की तीव्रता वाला भूकंप महसूस हुआ।

जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) और यूरोपियन-मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के अनुसार, अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके पाकिस्तान तक महसूस किए गए। पाकिस्तान के इस्लामाबाद में भूकंप के झटके लगने से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे। वहीं अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके भारत के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। दिल्ली-NCR में लोगों को कंपन महसूस हुआ, लेकिन जान-माल का नुकसान अफगानिस्तान में हुआ।

बता दें कि यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेट्स के जॉइंट पर अफगानिस्तान बसा है। जब भारतीय टेक्टॉनिक प्लेट्स यूरेशियन टेक्टॉनिक प्लेट के नीचे सरकती हैं तो हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला हिलती है। हिंदू कुश एरिया में गहरे और सतही दोनों तरह के भूकंप आते हैं। चमन फॉल्ट और हरि रुद फॉल्ट लाइनें भूकंप ट्रिगर करती हैं।

टेक्टोनिक प्लेट्स के कोलिजन जोन के ऊपर हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला बनी हुई है। दूसरी ओर, अफगानिस्तान की भूगर्भीय संरचना भी भूकंप का कारण है। अफगानिस्तान में अस्थिर चट्टानें और ईंट-मिट्टी से बने घर भूकंप का झटका लगते ही ढह जाते हैं।

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