उत्तराखंड में पहली बार डिजिटल तकनीक से 75 लाख से अधिक दर्शकों तक पहुंचेगी देहरादून में गढ़वाल की ऐतिहासिक ” भव्य रामलीला महोत्सव” – अभिनव थापर।”
रेसकोर्स के ‘ भव्य रामलीला महोत्सव 2025 ‘ में होगा रामलीला मंचन, मेला, पुतला दहन के साथ उत्तराखंड के पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अद्भुत संगम !
देहरादून।“श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून (पंजी.) ” द्वारा उत्तराखंड की प्राचीन व गढ़वाल की ऐतिहासिक राजधानी – पुरानी टिहरी की 1952 से होने वाली प्राचीन रामलीला को टिहरी के जलमग्न होने के बाद देहरादून में पुर्नजीवित करने का संकल्प लिया है और इस हेतु इस वर्ष देहरादून के ” श्री गुरुनानक मैदान, रेसकोर्स ” में ‘ भव्य रामलीला महोत्सव 2025 ‘ का मंचन शारदीय नवरात्रों में 22 से 03 अक्टूबर 2025 तक किया जाएगा।
उत्तराखंड की ऐतिहासिक धरोहर 1952 से आज तक का इतिहास समेटे ” भव्य रामलीला महोत्सव 2025 ” का स्मारिका पुस्तिका का विमोचन कार्यक्रम किया गया।विमोचन रामलीला समिति के संरक्षक मंडल के सदस्य, 1961 से रामलीला के वरिष्ठतम कलाकार व रिकॉर्ड 50 वर्षों बाद रामलीला में 2023 में किरदार निभाने वाले श्री बछेंद्र कुमार पांडेय जी ने किया।
” श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून ” के अध्यक्ष अभिनव थापर ने कहा की उत्तराखंड की प्राचीन व गढ़वाल की ऐतेहासिक राजधानी रामलीला 1952 से पुरानी टिहरी की रामलीला को टिहरी के जलमग्र होने के बाद देहरादून में हमने इसको भव्य रूप से पुनर्जीवित किया । 2024 में आयोजित भव्य रामलीला को विभिन्न माध्यमों से 55 लाख से अधिक दर्शकों ने देखा।
विशेष आकर्षण के रूप में इस वर्ष उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार Laser और Sound Show का प्रसारण किया जाएगा, जिससे गढ़वाल के इतिहास को भव्य रूप से पुनर्जीवित करने का मौका मिलेगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए मनोरंजन से अपने इतिहास और सनातन धर्म की परंपराओं के साथ जुड़ने का अवसर भी मिलेगा। इस बार रामलीला महोत्सव में रामलीला मंचन के साथ उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का भी समागम होगा जिसमें प्रदेश के कोने कोने से कलाकार अपनी कला की छटा भी बिखेरेंगे।
संरक्षक बछेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि “भव्य रामलीला महोत्सव 2025 ” की स्मारिका पुस्तिका इतिहास में इतिहास साथ वर्तमान की झलकियों का संगम होगा। इस बार रामलीला में विशेष आकर्षण के रूप में भजन संध्या व उत्तराखंड के पारंपरिक संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। इस वर्ष रामलीला मंचन के साथ 19 सिंतम्बर से भव्य मेला , 20 सिंतम्बर को घन्टा घर से मैदान तक भव्य कलश यात्रा व 2 अक्टूबर को रावण, कुम्भकर्ण, मेघनाथ व लंका के पारंपरिक पुतला दहन का विशेष कार्यक्रम किया जाएगा ।
उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार Digital Live Telecast System से रामलीला मंचन का प्रसारण को 75 लाख से अधिक दर्शकों द्वारा देखा जाएगा। तकनीक में Digital Screen व अन्य Digital Technology के माध्यम से मंचन की व्यवस्था की जाएंगी। कलाकारों में मूलरूप से देहरादून के साथ टिहरी, भटवाड़ी, उत्तरकाशी, ऋषिकेश आदि कई प्रसिद्ध रामलीलाओं के अनुभव के पात्र निभाएंगे और साथ ही गढ़वाली फिल्मों की प्रसिद्ध गायिकाऐं ” रेशमी रुमाला ” फेम बबली सकलानी, ” बिचला गाउं की दिचला ” कंचन भंडारी, “कान्हा रे कान्हा” फेम पूनम सकलानी जैसे प्रसिद्ध कलाकार भी इस रामलीला में अभिनय करेंगे।
उल्लेखनीय है की देहरादून स्थित ” श्री गुरुनानक मैदान, रेसकोर्स ” में रामलीला आने वाले शारदीय नवरात्रों में 22 सितंबर से 03 अक्टूबर 2025 तक भव्य रूप से आयोजित करी जाएगी, जिसमें संस्कृति और तकनीक के अद्भुत संगम की ऐसी भव्य रामलीला का उत्तराखंड के प्रमुख क्षेत्र गढ़वाल, कुमाऊँ व उत्तराखंड से बाहर के क्षेत्र में विभिन्न डिजिटल माध्यम से 75 लाख से अधिक दर्शकों तक पहुंचने वाली यह उत्तराखंड की पहली रामलीला होगी। इस रामलीला में चौपाई, कथा, संवाद,मंचन आदि सब गढ़वाल की 1952 से चली आ रही प्रसिद्ध व प्राचीन रामलीला के जैसा ही होगा, जिससे गढ़वाल के लोगों का अपनत्व देहरादून में भी जुड़ा रहे।
प्रेस वार्ता में अध्यक्ष अभिनव थापर, सचिव अमित पंत, नई टिहरी रामलीला समिति के अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल, गिरीश पैन्यूली, दुर्गा भट्ट, अजय पैन्यूली, शशि पैन्यूली, पूनम सकलानी, कंचन भंडारी, गंगा डोगरा, अमित बहुगुणा, तपेंद्र चौहान, शिवम गिरी, आदि ने भाग लिया।