जकार्ता: इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में गुरुवार सुबह को 6.6 की तीव्रता का एक जोरदार भूकंप आया, जिससे धरती कांप उठी। लगभग 10 किमी की गहराई पर आए इस भूकंप के झटके पूरे इलाके में महसूस किए गए।
भूकंप ने तटीय और अंदरूनी इलाके में रहने वाले लोगों को हिला दिया, जिससे इस दक्षिण-पूर्व एशियाई देश की मुश्किल और बढ़ गई। इंडोनेशिया पहले से ही अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहा है, जिसमें 25 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। हालांकि, अभी तक भूकंप के चलते किसी नुकसान या हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
इंडोनेशिया के मौसम और जलवायु विज्ञान एजेंसी के अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि भूकंप से सुनामी आने का कोई खतरा नहीं है। इंडोनेशिया प्रशांत महासागर के पैसिफिक रिंग ऑफ फायर पर है, जो भूकंप के लिए बहुंत संवेदनशील क्षेत्र है। इस इलाके में अक्सर अलग-अलग मैग्नीट्यूड के भूकंप आते रहते हैं।
गुरुवार का भूकंप आचे प्रांत और आस-पास के इलाकों के लिए मुश्किल समय पर आया है। पहले से ही यह इलाका बाढ़ और लैंडस्लाइड जैसी हाल की प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी सुमात्रा प्रांत में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ और लैंडस्लाइट में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई है। सड़कें और संपर्क टूट गया है, जिसके चलते बचाव में लगे कर्मियों को भी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
देश की मौसम एजेंसी ने बताया है कि बुधवार को सुमात्रा आइलैंड पर एक दुर्लभ तूफान आया जिससे मलक्का स्ट्रेट में पानी भर गया और हालात अधिक खराब हो गए। देश की आपदा एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि बाढ़ के बीच 10 और लोग लापता हैं। उत्तरी सुमात्रा में लगभग 8000 लोगों को निकाला गया है। लैंडस्लाइड का मलबा सड़कों पर जमा है जिसके चलते हेलीकॉप्टर से मदद और लॉजिस्टिक्स का इंतजाम किया जा रहा है।

