नई दिल्ली: दिल्ली-NCR में पल्यूशन रोकने के लिए लागू किए जाने वाले GRAP में फिर बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने सभी एजेंसियों और स्टेकहोल्डरों के साथ बैठकें शुरू कर दी है। CAQM के अनुसार बदलाव इसी सीजन में लागू किए जा सकते है। CAQM का कहना है आखिरी बार इसमें 2024 में बदलाव हुए थे।
इस बार के बदलावों में कई ऐसे कदम उठाने की तैयारी की जा रही है, जो कम AQI पर भी लागू होंगे। जानकारी के अनुसार, ऑफिस में स्टाफ की संख्या कम करना, ऑफिस के कामकाजी समय में बदलाव और पावर सप्लाई से जुड़े प्रावधानों के लेबल में बदलाव करने की तैयारी हो रही है।
CAQM ने यह भी साफ किया है कि इन बदलावों में ज्यादातर एडवाइजरी आधारित कदम होंगे। CAQM इन प्रस्तावों पर एजेंसियों से फीडबैक ले रहा है। मंजूरी मिलते ही इन्हें लागू कर दिया जाएगा ताकि पल्यूशन से हालात बदतर न हों।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि GRAP लागू करने के बावजूद स्मॉग और पल्यूशन से राहत नही मिलने पर बदलाव जरूरी होते है। एनवायरो कैटालिस्ट के फाउंडर और लीड एनालिस्ट सुनील दहिया ने कहा, हालात को देखते हुए इसके कई चरणों में बदलाव जरूरी है।
सीएसई की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनुमिता रायचौधरी ने कहा, GRAP के हर कदम को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए, तभी इसका असर होगा। वही, क्लाइमेट ट्रेंड्स कुछ दिन पहले ही कह चुका है कि पराली का धुआं ज्यादा नहीं आया है। साफ है कि दिल्ली को लोकल पल्यूशन सोर्स कम करने की जरूरत है।

