नूंह:नूंह हिंसा मामले में शुक्रवार तक 102 एफआइआर दर्ज कर 202 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। दो आरोपितों को और रिमांड पर लिया गया जिससे रिमांड पर चल रहे आरोपितों की संख्या 21 हो गई। पकड़े गए आरोपितों में सभी हिंसा में शामिल पाये गए लेकिन हिंसा के मास्टरमाइंड की पहचान कर अभी गिरफ्तारी करना शेष है।
मेवात के नूंह में 31 जुलाई को जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद जिला में शांति व्यवस्था फिर से पटरी पर आने लगी है। चार दिनों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। शुक्रवार को जुमे की नमाज मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रशासन की अपील पर घरों में ही पढ़ी। पूरे जिला में ईदगाह- मस्जिदों के बाहर अर्धसैनिक बल के जवान पुलिस अफसरों के साथ तैनात नजर आए।
इस मामले में अब तक कुल 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 102 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इंटरनेट सेवा बंद रही वहीं दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक तीन घंटे के लिए छूट दी गई, लेकिन बाजारों में सन्नाटा छाया हुआ था। गिनीचुनी दुकान ही खोली गई।
एसडीएम अश्विनी कुमा ने बताया कि, मेडिकल कॉलेज के पास 13 से 15 अस्थाई अवैध स्ट्रक्चर भी गिराए गए। गिराए गए स्ट्रक्चरों के मालिकों को पहले ही नोटिस दिए गए थे। ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में भी कुछ स्ट्रक्चरों के मालिकों की संलिप्तता थी।
नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के सामने 2.6 एकड़ जमीन से अवैध निर्माण हटवाया गया। यहां मेडिकल कॉलेज के आसपास 45 से अधिक अवैध निर्माण गिराए गए।एसकेएम कॉलेज के पास बुलडोजर की कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी है।
नूंह के एसडीएम अश्विनी कुमार ने एसकेएम मेडिकल कॉलेज के आसपास हुई बुलडोजर की कार्रवाई के बाद कहा कि यह सब मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेश पर हो रहा है। यह अतिक्रमण 2.5 एकड़ की भूमि पर फैला था। यह सब अवैध निर्माण था। जांच में पाया गया है कि इनमें से कुछ का संबंध नूंह हिंसा से है।
नूंह में हुई हिंसा के बाद दूसरे दिन भी अवैध निर्माण पर प्रशासन का बुलडोजर चल रहा है। नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के आसपास के क्षेत्र में बुलडोजर चलाया जा रहा है। जिन दुकानों पर बुलडोजर चला है वह अवैध रूप से बनीं थीं। यहां मुस्लिम समुदाय की अधिक दुकानें हैं। दिन भर अलग-अलग स्थानों पर अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान जिला प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है।
तावडू बाईपास पर स्थित एक कबाड़ के गोदाम में आग लग गई। हालांकि आग लगी लगी या लगाई गई यह भी स्पष्ट नहीं है। रात करीब 12:00 बजे के बाद हुई आगजनी की इस घटना को लेकर यह अफवाह फैली कि पेट्रोल पंप को जला दिया गया है। सूचना मिलते ही काफी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और फायर ब्रिगेड की गाड़ी को बुलाकर आग बुझाई गई।
कबाड़ का गोदाम पेट्रोल पंप से करीब 50 मीटर दूर खुला हुआ है और वह सुरक्षित है। गोदाम हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की जमीन पर बना हुआ है जिसे एक मुस्लिम व्यक्ति ने किराए पर ले रखा है यह जमीन पहले एक किसान की थी लेकिन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने अधिग्रहण कर लिया था।
बताया जा रहा है कि किसान ने मुआवजा भी ले लिया लेकिन गोदाम को 30,000 रुपये प्रतिमाह किराए पर दे रखा था। तावड़ू सदर थाना पुलिस घटना की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है।