वॉशिंगटन।अमेरिका और जर्मनी की दोहरी नागरिकता रखने वाले एक युवक पर रविवार को न्यूयॉर्क की अदालत में आरोप लगाया गया कि उसने हफ्ते की शुरुआत में तेल अवीव स्थित अमेरिकी मिशन पर फायर बम से आग लगाने की कोशिश की। अमेरिकी न्याय विभाग ने यह जानकारी दी।
अदालती दस्तावेजों और अमेरिकी न्याय विभाग के बयान में बताया गया कि हमला करने के बाद आरोपी जोसफ न्यूमेयर (28 वर्षीय) को इस्राइल में गिरफ्तार किया गया और फिर उसे अमेरिका निर्वासित किया गया। अमेरिका पहुंचते ही उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। न्यूमेयर पर यह भी आरोप है कि उसने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की भी धमकी दी थी।
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने कहा कि उनका विभाग कानून के तहत इस आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करेगा। न्याय विभाग ने बताया कि अगर न्यूमेयर दोषी पाया गया तो उसे अधिकतम 20 साल की कैद और 2,50,000 डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है। अमेरिकी न्याय विभाग और न्यूयॉर्क के यूएस अटॉर्नी कार्यालय के बयानों में बताया गया है कि न्यूयमेयर पिछले महीने इस्राइल गया था।
19 मई को उसने अपने फेसबुक खाते से पोस्ट में लिखा था, ‘मेरे साथ जुड़ो, जब मैं दूतावास को जलाऊंगा।’ फिर तेल अवीव में अमेरिकी राजनयिक मिशन (जो अमेरिकी दूतावास की शाखा है, जिसे 2018 में यरूशलेम में स्थानांतरित किया गया था) जाने से पहले उसने लिखा, अमेरिका की मौत और अमेरिकियों की मौत, पश्चिम शर्म करो।
अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय के बयान के मुताबिक, वहां मिशन के सामने से गुजरते हुए न्यूमेयर ने एक सिक्योरिटी गार्ड पर थूका। जब गार्ड ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो वह भागने में सफल रहा और उसने अपना बैग वहीं छोड़ दिया। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने न्यूमेयर के बैग से कई बोतलें बरामद कीं, जिन्हें आग लगाने वाले देसी विस्फोटक उपकरणों (जिसे आमतौर पर ‘मोलोटोव कॉकटेल’ कहा जाता है) में बदला गया था। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने इन उपकरणों में ज्वलनशील तरल पदार्थ की मौजूदगी की पुष्टि की और बाद में न्यूमेयर का पता लगाकर उसे उसके होटल से गिरफ्तार कर लिया।
शनिवार को न्यूयॉर्क निर्वासित किए जाने के बाद वह रविवार दोपहर ब्रुकलिन की एक संघीय अदालत में पेश हुआ, जहां अदालत ने उसे मुकदमे तक हिरासत में रखने का आदेश दिया। अमेरिका अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर न्यूमेयर के कथित धमकी भरे पोस्ट का खुलासा किया। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने कहा, इस आरोपी पर हमारे इस्राइल स्थित मिशन पर एक खौफनाक हमला करने की योजना बनाने, अमेरिकियों को मारने की धमकी देने और राष्ट्रपति ट्रंप की जान को खतरे में डालने का आरोप है।
संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक काश पटेल ने कहा, ‘देश के भीतर हो या बाहर..ऐसे घिनौने और हिंसक व्यवहार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’ तेल अवीव में न्यूयमेयर की ओर से कथित हमले की कोशिश के दो दिन बाद ही वॉशिंगटन डीसी में एक यहूदी संग्रहालय के बाहर एक व्यक्ति ने इस्राइली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि यह हमला गाजा में फलस्तीनियों के खिलाफ इस्राइल की सैन्य कार्रवाई के विरोध में किया गया था।