वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी है कि अगर वह गाजा युद्धविराम समझौते का पालन नहीं करता है तो उसका सफाया कर दिया जाएगा।
ट्रंप की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब युद्धविराम समझौते पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि हमास द्वारा दो इजराइली सैनिकों की हत्या के बाद तेल अवीव ने गाजा में सहायता की आवाजाही रोकने की धमकी दी है। इस बीच गाजा में युद्धविराम के लिए ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुशनर ने बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की है। दोनों सोमवार को इजरायल पहुंचे हैं।
वॉइट हाउस में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, ‘हमने हमास के साथ एक समझौता किया था कि वे बहुत अच्छे रहेंगे, अच्छा व्यवहार करेंगे। और अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो हम जाएंगे और जरूरत पड़ने पर उनका सफाया कर देंगे। उनका सफाया हो जाएगा और वे यह जानते हैं।’
ट्रंप ने जोर देकर कहा कि अमेरिकी सेनाएं हमास के खिलाफ सीधे तौर पर कार्रवाई नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि दर्जनों अन्य देश जो गाजा के लिए अंतरराष्ट्रीय बल में शामिल होने पर सहमत हुए हैं, इसमें शामिल होना पसंद करेंगे।
उन्होंने आगे कहा, ‘इसके अलावा, अगर मैं इजरायल को अंदर (गाजा में) में आने के लिए तो वह दो मिनट में अंदर चला जाएगा। लेकिन अभी हमने ऐसा नहीं कहा है। हम उसे थोड़ा मौका देंगे और उम्मीद है कि हिंसा थोड़ी कम होगी। लेकिन अभी आप जानते हैं कि वे हिंसक हैं।’
इस दौरान इजराइली सेना ने कहा कि उसने युद्धविराम का क्रियान्वयन शुरू किया है। एक अधिकारी ने पुष्टि की कि सहायता सामग्री सोमवार से फिर से पहुंचाई जाएगी। हालांकि, सोमवार को अपराह्न तक यह स्पष्ट नहीं हो सका था कि सहायता पहुंचाने का कार्य शुरू हुआ है या नहीं।
इजराइल और हमास के बीच दो साल से जारी युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से अमेरिका द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम का क्रियान्वयन एक हफ्ते से अधिक समय से हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को एयर फ़ोर्स वन में पत्रकारों को बताया कि हमास ‘काफ़ी उग्र’ हो गया है और ‘वे गोलीबारी कर रहे हैं।