इजरायल का सीरिया में भीषण हवाई हमला

दमिश्क: इजरायल ने अपने पड़ोसी देश सीरिया में बड़ा हवाई हमला किया है। इजरायल ने राजधानी दमिश्क में एचटीएस के नेतृत्व वाली सीरियाई सेना के मुख्यालय और सीरिया के रक्षा मंत्रालय पर हमला किया है। इजरायली सेना ने बयान जारी करते हुए इसकी जानकारी दी है। इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि सीरिया के दमिश्क क्षेत्र में सीरियाई शासन के मिलिट्री हेडक्‍वार्टर के एंट्री गेट पर हमला किया है।

इजरायली सेना ने कहा है कि फिलहाल वह दक्षिणी सीरिया में ड्रूज नागरिकों के खिलाफ घटनाक्रम और शासन की कार्रवाई पर नजर रख रही है। इजरायल के ये हवाई हमले दक्षिणी सीरिया के ड्रूज-बहुल शहर स्वेदा में जारी झड़पों के बीच हुए हैं, जहां सरकारी बलों और स्थानीय ड्रूज गुटों के बीच युद्धविराम टूट गया है। इजराइल का कहना है कि उसके हमले ड्रूज समुदाय को बचाने के लिए हैं।

इजरायल ने ड्रूजों की रक्षा की बात कही है। सीरिया में ड्रूज एक धार्मिक अल्पसंख्यक हैं। दुनिया भर में अनुमानित दस लाख ड्रूज में से आधे से ज्यादा सीरिया में रहते हैं। लेबनान और इजराइल में भी उनकी अच्छी-खासी आबादी है। इसमें गोलान हाइट्स भी शामिल है, जिसे इजरायल ने 1967 के युद्ध में सीरिया से छीन लिया था।

सीरिया में मौजूदा तनाव इस हफ्ते की शुरुआत में देखने को मिला, जब सीरिया की अल-शरा सरकार ने स्थानीय ड्रूज लड़ाकों के कब्जे वाले क्षेत्रों पर नियंत्रण के लिए सीरियाई बलों को स्वेदा में तैनात किया। इससे क्षेत्र में एक भीषण लड़ाई छिड़ गई, जिसमें 100 से ज्यादा लोग मारे गए। इसी बीच लड़ाई में इजरायल ने भी एंट्री मार दी, जिससे संघर्ष और ज्यादा बढ़ सकता है।

सीरिया में इजरायल के हमले पर जॉर्डन, कतर, ईरान, कुवैत और सऊदी अरब जैसे अरब देशों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सीरिया पर इजरायली हमले की निंदा करते हुए जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन और सीरिया की स्थिरता, संप्रभुता और सुरक्षा को निशाना बनाने वाला एक खतरनाक हमला बताया।

कतर के विदेश राज्य मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलअजीज बिन सालेह अल खुलैफी ने कहा कि उनका देश दक्षिणी सीरिया के अस-सुवेदा शहर में हो रहे घटनाक्रम पर नजर रख रहा है। उनका विश्वास है कि सीरिया की सुरक्षा क्षेत्र की स्थिरता का एक अभिन्न अंग है। इसके साथ ही उन्होंने बातचीत और शांतिपूर्ण तरीकों से नागरिक शांति के प्रयासों को तेज करने के महत्व पर भी जोर दिया।

सऊदी अरब ने सीरियाई क्षेत्र पर इजरायली हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून के अलावा सीरिया और इजरायल के बीच 1974 के विघटन समझौते का घोर उल्लंघन कहा है। सऊदी विदेश मंत्रालय के अनुसार, सऊदी अरब ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सीरिया के साथ खड़े होने और सीरिया के खिलाफ जारी इजरायली हमलों और उल्लंघनों का सामना करने की अपील दोहराई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *