विकासनगर: उत्तराखंड में सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था किस कदर बदहाल है, उसका उदाहरण है देहरादून जिले का एक स्कूल. आपको पढ़ने में थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन सच है. दरअसल, देहरादून जिले के पछवादून इलाके में स्थित बदरीपुर इंटर कॉलेज में 12वीं बोर्ड परीक्षा में एक भी स्टूडेंट पास नहीं हुआ है. 12वीं में स्कूल का रिजल्ट जीरो रहा है.
बता दें कि दो दिन पहले (19 अप्रैल) ही उत्तराखंड बोर्ड का 10वीं और 12वीं का रिजल्ट आया है. कई सरकारी स्कूलों ने तो बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन कुछ स्कूल ऐसे भी निकले हैं, जिन्होंने बदहाल शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. पछवादून का राजकीय इंटर कॉलेज बदरीपुर उन्हीं में से एक है.
दरअसल, राजकीय इंटर कॉलेज बदरीपुर में 10वीं के 66 और 12वीं में 14 छात्र पढ़ते थे, जिनका दो दिन पहले रिजल्ट आया है. 10वीं में 66 में से 61 छात्र पास हुए और पांच ही छात्र फेल हुए, लेकिन इंटर का रिजल्ट देखकर सभी की आंखें फटी रह गईं. क्योंकि, इंटर यानी 12वीं में एक भी बच्चा पास नहीं हुआ. 12वीं में सभी 14 छात्र फेल हो गए. सभी स्टूडेंट रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) में फेल हुए हैं.
अभी हमारे बोर्ड रिजल्ट आए हैं. हाईस्कूल को रिजल्ट 88 प्रतिशत रहा तो वहीं इंटर का परिणाम 77 फीसदी रहा है. बदरीपुर इंटर कॉलेज का रिजल्ट बहुत खराब आया है. ऐसे ही पहली बार हुआ है कि 12वीं में स्कूल का रिजल्ट जीरो प्रतिशत आया है. इसके अलावा एक और स्कूल है, जहां का रिजल्ट 50 प्रतिशत आया है.
– विनीता कठैत नेगी, खंड शिक्षा अधिकारी, विकासनगर
राजकीय इंटर कॉलेज बदरीपुर के प्रिंसिपल को नोटिस: विकासनगर खंड शिक्षा अधिकारी विनीता कठैत नेगी ने बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज बदरीपुर में 12वीं का रिजल्ट जीरो कैसे रहा इसको लेकर स्कूल के प्रिंसिपल को नोटिस भेजा गया है, उनके जवाब का इंतजार किया जा रहा है. उसी आधार पर आगे रिपोर्ट भेजी जाएगी.
गौर हो कि, उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाएं 21 फरवरी से शुरू हुई थी जो 11 मार्च को संपन्न हुई थीं. कुल 2,23,403 स्टूडेंट्स ने बोर्ड परीक्षा अटैंड की थी. इसमें से हाईस्कूल में 13 हजार 690 और 12वीं में 1 लाख 9 हजार 713 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी थी. 10वीं में बागेश्वर निवासी कमल सिंह चौहान और हल्द्वानी निवासी जतिन जोशी ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया. जबकि 12वीं में गवर्मेंट इंटर कॉलेज बडासी देहरादून की छात्रा अनुष्का राणा प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहीं.