29 लाख दीयों से जगमग होगी रामनगरी

अयोध्या। अयोध्या में दीपोत्सव से पहले ही विश्व रिकॉर्ड बनने का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को सरयू नदी के तट पर आयोजित सरयू आरती में 21,000 से अधिक लोगों ने एक साथ हिस्सा लेकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अधिकारी निश्चल बरोट ने बताया कि इस आयोजन में प्रतिभागियों की गिनती क्यूआर कोड स्कैनिंग के जरिए की गई, जिसमें 2,100 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, जो पिछले 1,774 के रिकॉर्ड को तोड़ता है। इस रिकॉर्ड की आधिकारिक घोषणा रविवार को मुख्यमंत्री के सामने मंच पर की जाएगी।

रविवार को रामनगरी अयोध्या में नौवें दीपोत्सव का भव्य आयोजन होगा, जिसमें 29 लाख दीये जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। राम की पैड़ी पर 56 घाटों पर 30,000 स्वयंसेवकों ने 29 लाख दीये सजा दिए हैं। गिनीज बुक की टीम ने ड्रोन की मदद से इन दीयों की गिनती पूरी कर ली है। इस आयोजन में 26 लाख 11 हजार 101 दीये जलाकर पिछला रिकॉर्ड तोड़ा जाएगा।

दीपोत्सव की तैयारियों में स्वयंसेवकों का उत्साह चरम पर है। रविवार सुबह से दीयों में तेल और बाती डालने का काम शुरू होगा। इस भव्य आयोजन के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है, और यह दीपोत्सव न केवल आध्यात्मिक उत्साह बल्कि विश्व स्तर पर अयोध्या की पहचान को और मजबूत करेगा।

राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा है कि वर्ष 2017 में पहली बार एक लाख 71 हजार दीपक जलाए गए थे। इस दीपोत्सव 26 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ विश्व रिकार्ड बनाया जाएगा। पहले से नौवें संस्करण तक दीयों की संख्या में करीब 15 गुणा तक वृद्धि हुई है। यह आस्था और प्रभु श्रीराम के प्रति सम्मान का परिचायक है। सरयू घाट पर 21 सौ वेदाचार्य महाआरती करेंगे।

अयोध्या में सितारे जमीन पर उतरेंगे। 11 सौ ड्रोन आसमान में रामायण के विभिन्न प्रसंगों की मनमोहक झलकियां प्रस्तुत करेंगे, जिसमें स्वदेशी ड्रोन के माध्यम से जय श्रीराम, धनुषधारी राम, संजीवनी पर्वत उठाए हनुमानजी, रामसेतु और राममंदिर मनमोहक आकृतियां शामिल होंगी।

दीपोत्सव एआर एप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर पर नि:शुल्क उपलब्ध है। एप का डिज़ाइन इस तरह तैयार किया गया है कि हर आयु वर्ग के उपयोगकर्ता इसे सहजता से प्रयोग कर सकें। इस एप ने कहानी, श्रद्धा और नवाचार तीनों को जोड़ते हुए अयोध्या को जीवंत डिजिटल संसार में परिवर्तित किया है।

वहीं, दुनिया के किसी भी कोने में बैठे लोग वर्चुअल दीपदान से दीप जला कर उत्सव का हिस्सा बन सकते हैं। एप उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग का विकसित उत्तर प्रदेश 2047 की परिकल्पना की दिशा में उल्लेखनीय कदम है। यह आध्यात्मिक धरोहर और नवाचार के संगम से युवाओं में गर्व, सहभागिता और सांस्कृतिक जुड़ाव की नई भावना जागृत करता है।

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