ऋषिकेश :चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है। पहले दिन ऋषिकेश से चारधाम के लिए रोटेशन की 19 बसें से 741 यात्री रवाना हुए। अधिकांश यात्री मध्य प्रदेश के थे। गढ़वाल आयुक्त व डीएम ने भी ट्रांजिट कैंप पहुंचकर यात्रा व्यवस्था का निरीक्षण किया।30 अप्रैल को गंगोत्री, यमुनोत्री, दो मई को केदारनाथ, चार मई को बदरीनाथ के कपाट खुल रहे हैं। यात्रा के पहले दिन चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की ओर से 19 बसें चारधाम के लिए रवाना हुई।
वहीं, चारधाम यात्रा के लिए ट्रांजिट कैंप में 12 काउंटरों पर पंजीकरण होता रहा। जबकि मीडिया सेंटर और आईएसबीटी में बनाए गए काउंटर से पंजीकरण नहीं हुआ। जो भी यात्री आ रहे थे वह आसानी से अपना पंजीकरण करवा रहे थे। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे, डीएम सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह व सीडीओ अभिनव शाह ने ट्रांजिट कैंप में व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
ट्रांजिट कैंप में महिला और बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को पंजीकरण के लिए लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। गढ़वाल आयुक्त ने अधीनस्थों को लाइनों में कुर्सी लगाने के निर्देश दिए। यात्री इन कुर्सियों पर बैठकर आगे बढ़ते रहेंगे। इसके लिए काउंटर पर कुर्सियां लगा दी गई है। गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि इससे तीर्थयात्रियों को पंजीकरण कराने में आसानी होगी।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने ट्रांजिट कैंप स्थित आयुक्त कार्यालय में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि ट्रांजिट कैंप में पंजीकरण काउंटर के पास थोड़ी-थोड़ी दूरी पर पानी भरे हुए कैंपर रखे जाएं।
कैंपर के पास कागज के गिलास रखे जाएं। साथ ही दो कर्मचारियों की ड्यूटी पानी पिलाने के लिए लगानी होगी। ये कर्मचारी पंजीकरण के लिए लाइन में खड़े तीर्थयात्रियों को पानी पीने के लिए देंगे। उन्होंने कहा कि इस काम को तुरंत किया जाए। इस काम के लिए जल संस्थान को दो शिफ्ट में 12 कर्मचारियों की ड्यूटी लगानी होगी।