शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध

मेरठ :आजमगढ़ के एक स्कूल में छात्रा की मौत के बाद प्रधानाचार्य व शिक्षक की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी निजी स्कूल बंद रहे। स्कूलों में पठन-पाठन नहीं हुआ।

मुजफ्फरनगर जनपद में आजमगढ़ के प्रकरण को लेकर स्कूल प्रिंसिपल व फिजिकल एजुकेशन टीचर को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में सीबीएसई स्कूलों के शिक्षकों ने नाराजगी जाहिर की। राजकीय इंटर कॉलेज में एकत्र होकर शिक्षक डीएम कार्यालय पहुंचे और प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।

बिजनौर के नजीबाबाद में स्कूल मैनेजमेंट वेलफेयर एसोसिएशन से संबंधित सीबीएसई स्कूलों और प्राइवेट शिक्षण संस्थाओं ने आजमगढ़ में छात्रा आत्महत्या मामले में प्रधानाचार्य और शिक्षक की गिरफ्तारी का विरोध किया। मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपे विज्ञापन में निर्दोष शिक्षकों को तत्काल रिहा करने की मांग की।

मेरठ में प्रकरण के संबंध में सभी शिक्षक काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे। मेरठ सहोदय के सदस्यों ने आजमगढ़ के चिल्ड्रेन एकेडमी में हुई घटना पर दुख व्यक्त किया गया। साथ ही बिना जांच-पड़ताल विद्यालय की प्रधानाचार्य व शिक्षक की गिरफ्तारी पर रोष व्यक्त किया। सहोदय के सचिव गोपाल दीक्षित ने कहा कि गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को सभी स्कूलों में पठन-पाठन नहीं किया जाएगा।

शिक्षक स्कूल पहुंचेगे और काली पट्टी बांधकर अपना विरोध प्रकट करेंगे। छात्रा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करके श्रद्धांजलि देंगे। उन्होंने कहा कि सहोदय का आह्वान है कि यदि बच्चों को सही मार्ग पर चलने से रोका टोका नहीं गया तो समाज बहुत गलत मार्ग पर चला जाएगा। इसमें अभिभावकों के सहयोग की अपेक्षा है।

निजी स्कूलों की प्रदेशव्यापी विरोध के बीच सोफिया गर्ल्स स्कूल और सेंट मैरीज एकेडमी खुले हैं। दोनों स्कूलों में रोजाना की तरह पठन-पाठन कराया जा रहा है। केंद्रीय विद्यालयों में भी छुट्टी की कोई सूचना नहीं दी गई है। सरस्वती शिशु मंदिर भी खुले हैं।

मामले में पब्लिक स्कूल अभिभावक संघ निजी स्कूलों के विरोध में उतर आया है। अभिभावक संघ के अध्यक्ष कपिल राज शर्मा एडवोकेट ने कहा कि छात्रा की मृत्यु पर शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना है। पब्लिक स्कूल अभिभावक संघ दुख की इस घड़ी में मृतक छात्रा के परिवार के साथ है।

छात्र की मौत के जिम्मेदार पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले में पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए निजी स्कूलों को बंद किया जाना अनुचित है। इससे लाखों छात्रों की शिक्षा का नुकसान होगा। ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

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