हमास ने किए 20 इजरायली बंधक रिहा

नई दिल्ली। गाजा में हमास ने तय कार्यक्रम के मुताबिक 20 इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया। रिहा हुए ये लोग इजरायल पहुंच गए हैं। बदले में इजरायल ने भी फलस्तीनी कैदियों की रिहाई शुरू कर दी है। इजरायल को करीब दो हजार कैदी रिहा करने हैं।

इजरायल पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा युद्ध के खत्म होने का एलान किया है और इजरायल से अनुरोध किया है कि वह अपनी सैन्य सफलता को क्षेत्र में शांति लाने में इस्तेमाल करे। गाजा में बंधकों के रिहा होते ही तेल अवीव के होस्टेज स्क्वेयर पर जश्न शुरू हो गया। दसियों हजार लोगों ने बंधकों की रिहाई के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का आभार जताया।

यह लगभग वही समय था जब ट्रंप का विमान एयरफोर्स वन होस्टेज स्क्वेयर के ऊपर से गुजरते हुए नजदीक स्थित बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा था। ट्रंप की शांति योजना के मुताबिक इजरायल ने फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया है। बंधकों की रिहाई से घंटों पहले हजारों लोग गाजा के नजदीक स्थित इजरायली सेना के रेईम अड्डे के बाहर पहुंच गए थे।

रिहा हुए लोगों को गाजा से यहीं पर लाया गया, वहीं पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण हुआ। रिहा हुए लोगों में से दो ने वैन से हाथ निकालकर सैन्य अड्डे के बाहर खड़े लोगों का अभिवादन भी किया। हमास ने 28 बंधकों के शव अभी नहीं लौटाए हैं। इनमें से दो बंधकों के शव युद्ध के दौरान नष्ट हो जाने का अंदेशा है।

हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को इजरायली शहरों पर हमले में करीब 1,200 लोगों की हत्या की थी और 251 लोगों को अगवा कर उन्हें बंधक बनाया था। इजरायल ने इसके जवाब में उसी दिन गाजा पट्टी पर हमला कर दिया था जिसमें 10 अक्टूबर को युद्धविराम होने तक 67 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए हैं।

युद्ध शुरू होने से पहले 23 लाख की आबादी वाली गाजा पट्टी में 80 प्रतिशत भवन-घर नष्ट या क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और उनमें रहने वाली करीब 90 प्रतिशत आबादी बेघर हो गई है। अब इन्हें फिर से बसाना बड़ी चुनौती है। शुक्रवार को गाजा में युद्धविराम लागू होने के बाद सोमवार को हमास ने 20 जीवित इजरायली नागरिकों को रिहा किया। अब कोई भी जीवित बंधक हमास के पास नहीं रह गया है। इससे पहले हमास ने कई समझौतों के तहत जीवित बंधकों और मृतकों के शवों को रेडक्रास के जरिये इजरायल को दिया था।

तेल अवीव में ट्रंप ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से वार्ता के बाद इजरायली संसद नेसेट को संबोधित किया। ट्रंप ने कहा, आकाश शांत है-बंदूकें आग उगलना बंद कर चुकी हैं-सायरन भी नहीं बज रहे हैं-पवित्र भूमि पर उग रहा सूर्य अब शांति चाहता है। इसलिए अब आतंकियों पर मिली जीत को मध्य-पूर्व (पश्चिम एशिया) की शांति और तरक्की में बदला जाना चाहिए।

इस राह में कुछ रुकावटें आएंगी, हमें उन्हें सुलझाते हुए आगे बढ़ना है। ट्रंप ने कहा, शांति योजना के अनुसार हमास हथियार छोड़ेगा और गाजा की सत्ता से हटेगा। इस मौके पर नेसेट के स्पीकर आमिर ओहाना ने 2026 नोबेल शांति पुरस्कार के लिए डोनाल्ड ट्रंप का नाम प्रस्तावित किया। इससे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ट्रंप को इजरायल का अभी तक का सबसे अच्छा दोस्त बताया। ट्रंप का इजरायल दौरा करीब चार घंटे का रहा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इजरायली बंधकों की रिहाई का स्वागत किया है। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कोशिशों को ईमानदार बताते हुए इन प्रयासों को पूरा समर्थन देने की बात कही है। पीएम मोदी ने कहा है कि बंधकों की रिहाई ट्रंप के अथक शांति प्रयासों और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के संकल्प का प्रतीक है।

गाजा में शांति प्रस्ताव पर बनी सहमति और बंधकों की रिहाई के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “हम दो साल से ज्यादा समय तक बंधक बनाए गए सभी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं। उनकी आजादी उनके परिवारों के साहस, राष्ट्रपति ट्रंप के अथक शांति प्रयासों और पीएम नेतन्याहू के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।”

पीएम मोदी ने कहा कि हम क्षेत्र में शांति लाने के राष्ट्रपति ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करते हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले कहा था कि भारत स्थायी और न्यायपूर्ण शांति की दिशा में सभी प्रयासों का मजबूती से समर्थन करता रहेगा। उन्होंने चार अक्टूबर को एक पोस्ट में कहा था, ”गाजा में शांति प्रयासों में निर्णायक प्रगति के लिए हम राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं। बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम हैं। भारत स्थायी और न्यायसंगत शांति की दिशा में सभी प्रयासों का ²ढ़ता से समर्थन करता रहेगा।”

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