1 सैनिक मरा तो 100 को मार गिराया

यरूशलम: इजरायल ने अपने एक सैनिक की मौत पर दिन पर गाजा पर बमबारी की है। इस बमबारी में 100 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इसके बावजूद इजरायल ने दावा किया है कि वह गाजा में अमेरिका समर्थित युद्धविराम के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

इजरायली सेना ने इस बात की पुष्टि की है कि वह अभी भी फिलिस्तीनी क्षेत्र में युद्धविराम को बनाए रखने का इरादा रखती है। हालांकि, उसने घोषणा की है कि उसने गाजा के उत्तरी भाग में एक और हवाई हमला किया है, जहां हमास ने हथियार छिपाए हुए थे। इस पर हमास के नियंत्रण वाले गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इसमें दो और लोगों की मौत हुई है।

मंगलवार को गाजा में एक इज़राइली सैनिक की हत्या ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड की मध्यस्थता में किए गए युद्धविराम के बाद से भीषण तनाव पैदा कर दिया है। यह युद्धविराम 10 अक्तूबर को लागू हुआ था। इजरायल ने दो साल पहले हमास के घातक हमलों के बाद गाजा में युद्ध का ऐलान किया था। इजरायल का कहना है कि उसका सैनिक “येलो लाइन” के भीतर के इलाके में हमास आतंकियों के किए गए हमले में मारा गया, जहां से उसके सैनिक युद्धविराम के तहत वापस लौटे थे। हालांकि, हमास ने इस आरोप को खारिज कर दिया है।

इजरायल ने बुधवार के हमले को पट्टी के उत्तर में बेत लाहिया के पास एक सटीक हमला बताया, जहां उसने कहा कि हथियार जमा किए गए थे। उसने कहा कि वह युद्धविराम समझौते का पालन करता रहेगा और किसी भी उल्लंघन का कड़ा जवाब देगा। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को दक्षिणी इजराइल में एक सैन्य अड्डे के दौरे के दौरान कहा, “हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप और हम जिस लक्ष्य पर सहमत हुए थे, वह अंततः प्राप्त हो।”

अपने सैनिक की मौत के जवाब में इजरायली सेना ने पूरे क्षेत्र में दर्जनों हमास आतंकवादियों, साथ ही समूह के हथियार डिपो और सुरंगों को निशाना बनाकर हमले किए। इसमें 24 आतंकवादी ठिकानों का नाम शामिल है, जिनमें से एक को हमास कमांडर बताया गया है। यह आतंकी कमांडर 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इज़राइल पर हुए हमले के दौरान किबुत्ज़ पर हुए हमले में हिस्सा लिया था, जिससे दोनों पक्षों में युद्ध छिड़ गया था।

गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हवाई हमलों में मारे गए 104 लोगों में 46 बच्चे और 20 महिलाएँ शामिल थीं। हमास द्वारा संचालित गाज़ा सरकारी मीडिया कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि इजरायली लक्ष्यों की सूची “गलत सूचना, जालसाजी और झूठ के एक व्यवस्थित अभियान का परिणाम है जिसका उद्देश्य सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश करना और नागरिकों के खिलाफ अपने चल रहे अपराधों को छिपाना है।

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