पिथौरागढ़ : पिथौरागढ़ जिले में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाया जा रहा लोहे का ब्रिज भरभरा कर गोरी नदी में समा गया। ब्रिज ध्वस्त होने से महकमे में कड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माण में मानकों का ध्यान नहीं रखा गया है।
नतीजा 75 फीसद काम पूरा होने के बाद ब्रिज टूट कर नदी में समा गया। ब्रिज की लागत साढे पांच करोड़ बताई जा रही रही है। निर्माणाधीन पुल को जल्द ही पूरा कर आम लोगों के लिए खोलने की तैयारी थी। ग्रामीणों की सुगम यातायात की उम्मीदें एक बार फिर धराशाई हुई हैं।
मुनस्यारी में गोरी नदी के पास झूलापुल तोक के ग्रामीणों का कहना है कि बुधवार देर रात लोहे का निर्माणाधीन ब्रिज अचानक भराभराकर गिर गया। पुल गिरने के कारण हुई तेज आवाज से ग्रामीणों की नींद टूट गई। मौके पर पहुंचकर उन्होंने देखा तो पूरा टूटकर नदी में गिर रहा था। गोरीपार के 13 गांवों को जोड़ने के लिए साल 2017 में लोहे के पुल का निर्माण शुरू हुआ था।
पुल का निर्माण 2017 में पूरा होना था। लेकिन जुलाई 2018 में आई आपदा में यह पुल टूटकर गिर गया था। किसी तरह से इसका निर्माण पिछले साल पुन: शुरू हो पाया था। काम भी 75 फीसद पूरा हो गया था। ऐसे में गोरीपार के ग्रामीणों को आवागमन के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
डीडीहाट लोकनिर्माण विभाग के ईई जेपी थपलियाल ने बताया कि इसी माह 11 तारीख को पुल का निरीक्षण किया गया था। ब्रिज कुछ प्लेटें गलत तरीके से जोड़ दी गई थीं। जिन्हें संबंधित को पुन: ठीक से जोड़ने के लिए कहा गया था। हो सकता हो प्लेटें ठीक करने के कारण पुल खोला गया हो और इसी दौरान बैठ गया हो। किस कारण पुल गिरा मामले की जांच कराई जाएगी।