चम्पावत : कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन ने सामूहिक कार्यक्रमों पर रोक लगा रखी है। 50 से ज्यादा लोगों को कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति नहीं है। दूसरी और शादी का शुभ मुहूर्त कोरोना महामारी पर भारी पड़ रही रही है। लोग इसलिए महामारी से लडऩे के साथ शादी करना ज्यादा अच्छा समझ रहे हैं। तभी लोग इतनी महामारी फैलने के बाद भी लोग शादी रद करने की जगह अनुमति लेने पहुंच रहे हैं।
लोहाघाट एसडीएम कोर्ट में रोजाना 25 से ज्यादा लोग शादी की अनुमति ले रहे हैं। जिन लोगों के परिवार में शादी तय हो गई है वे चिंतित हैं और आज्ञा के लिए प्रशासन के पास पहुंच रहे हैं। एसडीएम कार्यालयों में बेटे बेटी की शादी के कार्ड लेकर उनके पिता, भाई आज्ञा लेने पहुंच रहे हैं।
कुछ लोग अप्रैल में शादी का अच्छा मुहुर्त मानते हुए शादी कर रहे हैं। तो कुछ लोग वर वधु की कुंडली मिलान के दौरान ऐसी स्थिति बनी है कि यदि अप्रैल में मिले मुहूर्त में शादी नहीं होती तो दो या तीन साल बाद शादी का मुहूर्त मिलेगा।
एसडीएम कोर्ट में बीस अप्रैल से 27 अप्रैल तक 150 लोगों ने कार्यक्रम करवाने के लिए आवेदन किया है। यह सभी आवेदन शादियों के हैं। इसके अलावा पाटी, चम्पावत, टनकपुर में भी आवेदन किए जा रहे है।
शादी समारोहों में अनुमति से ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए एसडीएम आरसी गौतम स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं। एसडीएम फिल्ड में उतरकर स्वयं शादी समारोह स्थल का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है तय संख्या से च्यादा मेहमान मिलने के बाद चालान किया जाएगा।
सभी लोग कोविड नियमों का पालन करें। मास्क पहनें और दो गज की दूरी के नियम का पालन कर जिला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।