देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम की ओर बढ़ रही है। बीते रोज प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 7783 मामले आए हैं। यह एक दिन में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। उधर, कोरोना संक्रमित 127 मरीजों की मौत भी हुई है। एक दिन में मौत का यह दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।
उपजिला चिकित्सालय में बुधवार को 70 लोग के एंटीजन टेस्ट किए गए, जिनमें से 13 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा 30 अप्रैल से चार मई के बीच जो आरटीपीसीआर सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, उसमें सौ लोग संक्रमित मिले हैं। अस्पताल के कोविड नोडल अधिकारी डा. प्रदीप राणा ने बताया कि 50 और लोग के सैंपल जांच को भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट एक-दो दिन में आने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में 19 ऑक्सीजन बेड हैं, जिनमें 14 में मरीज भर्ती हैं। इसके अलावा शहर के वैक्सीनेशन सेंटरों पर 110 लोग ने टीका लगवाया।
शहर में स्मार्ट सिटी के कार्र्यों और सैनिटाइजेशन के कार्य का लगातार निरीक्षण कर रहे महापौर सुनील उनियाल गामा भी कोरोना संक्रमित हो गए। उन्होंने सर्दी-जुकाम व बुखार की शिकायत पर मंगलवार को परिवार के साथ कोरोना टेस्ट कराया था। बुधवार को मिली रिपोर्ट में महापौर संक्रमित पाए गए, जबकि परिवार के बाकी सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई। महापौर को आरोग्यधाम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल महापौर की स्थिति स्थिर बताई जा रही।
नगर निगम में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पहले नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी, फिर वित्त नियंत्रक व कईं अन्य कार्मिकों को कोरोना संक्रमण हुआ। अब महापौर गामा भी संक्रमित हुए हैं। बताया गया कि महापौर को मंगलवार की सुबह सर्दी व खांसी की शिकायत हुई तो उन्होंने खुद का कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट कराया। संदेह होने पर पत्नी व बच्चों का भी टेस्ट कराया।
बुधवार को रिपोर्ट के बाद महापौर संक्रमित पाए गए पर परिवार के बाकी सदस्यों में संक्रमण की शिकायत नहीं मिली। सांस में तकलीफ की शिकायत पर महापौर को तत्काल अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। परिवार के बाकी सदस्यों को चिकित्सकों ने फिलहाल आइसोलेशन में घर पर ही रहने ही सलाह दी है।
नगर निगम में लगातार आ रहे संक्रमण के मामलों के बाद नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय भी होम आइसोलेशन में हैं। आयुक्त ने बताया कि पहले निगम के वित्त नियंत्रक और फिर उनके चालक को संक्रमण हुआ। इस वजह से वह आइसोलेशन में रहे, मगर अब महापौर की सूचना के बाद वह घर पर ही आइसोलेट हैं। सभी कार्य वह घर से ही निबटा रहे हैं। अगर बेहद जरूरी हो, तभी कार्यालय आ रहे।