नई दिल्लीः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर मसले का हल निकालने की कोशिश करने की बात कही है। उन्होंने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव को कम करने और सीजफायर के लिए राजी करने का भी श्रेय लेने की कोशिश की।
कश्मीर मसले पर ट्रंप ने कहा कि शायद ‘हजार सालों’ बाद इस समस्या का कोई समाधान निकल आए। आप याद कीजिए ट्रंप ने कुछ दिनों पहले एक ट्वीट किया था और कश्मीर समस्या को 1500 साल पुराना मसला बताया था। अगर वो ऐसा मानते हैं तो कितना मुमकिन है कि वो इस मसले को सुलझाने में दोनों देशों की मदद कर पाएंगे?
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीज़फायर समझौते पर अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों का नेतृत्व बहुत मजबूत है। ट्रंप ने कहा, “मुझे भारत और पाकिस्तान के मजबूत और अटूट नेतृत्व पर गर्व है। उन्होंने यह समझने की शक्ति दिखाई कि मौजूदा लड़ाई को रोकना ज़रूरी था। इससे बहुत सारे लोगों की जान बच सकती थी। लाखों निर्दोष लोग मर सकते थे! आपके बहादुर कार्यों से आपकी विरासत और भी मजबूत होगी।”
ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका (USA) को इस ऐतिहासिक फैसले में मदद करने पर गर्व है। उन्होंने यह भी कहा कि वह भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ व्यापार को बहुत बढ़ाएंगे। ट्रंप के अनुसार, इस बारे में पहले बात नहीं हुई थी, लेकिन अब वो ऐसा करेंगे। ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर भी बात की।
उन्होंने कहा कि वो दोनों देशों के साथ मिलकर कश्मीर मुद्दे का हल निकालने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि शायद ‘हजार सालों’ बाद इस समस्या का कोई समाधान निकल आए। डोनाल्ड ट्रंप ने आखिर में भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व को बधाई दी। उन्होंने कहा, “भगवान भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व को आशीर्वाद दें। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया!
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था, “मैं भारत के बहुत करीब हूं और मैं पाकिस्तान के भी बहुत करीब हूं, और कश्मीर में वे एक हजार साल से लड़ रहे हैं। कश्मीर एक हजार साल से चल रहा है, शायद उससे भी ज्यादा समय से। वह एक बुरा हमला था (आतंकवादी हमला)। उस सीमा पर 1,500 साल से तनाव है। यह वैसा ही रहा है, लेकिन मुझे यकीन है कि वे इसे किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे। मैं दोनों नेताओं को जानता हूं। पाकिस्तान और भारत के बीच बहुत तनाव है, लेकिन हमेशा से रहा है।