खतरे के निशान पर पहुंची गंगा, स्कूल बंद करने के आदेश जारी

देहरादून। उत्तराखंड में आसमान से आफत बरस रही है। सोमवार से शुरू हुआ बारिश का दौर अभी भी जारी है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले पांच दिनों में तेज बारिश होगी। बीते 24 घंटे में हरिद्वार जिले में कुल 20 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इसमें सबसे अधिक 39 मिली मीटर वर्षा रोशनाबाद में रिकॉर्ड की गई है, रुड़की मैं तेरह भगवानपुर में 15मिमी और लक्सर में बंदा 03 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। जिले में अभी तक कोई भी मार्ग अवरुद्ध नहीं है।

हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रशासन के लिए चिंता बढ़ गई है। वहीं उत्तरकाशी की बात करें तो यहां गुरुवार सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में हल्के बादल छाए हुए हैं, जल्द ही बारिश की संभावना है। जनपद के मोरी और भटवाड़ी क्षेत्र में रात के समय हल्की वर्षा हुई है। गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारू है।

पर्वतीय और मैदानी जिलों में हो रही वर्षा के चलते भारी मात्रा में सिल्ट आने के चलते उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने गंगनहर को बंद कर दिया है। पहाड़ों से पानी जाने की वजह से यूपी में बाढ़ जैसी स्थिति बन जाती है। बीते 24 घंटे में हरिद्वार जिले में कुल 20 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इसमें सबसे अधिक 39 मिली मीटर वर्षा रोशनाबाद में रिकॉर्ड की गई है, रुड़की मैं तेरह भगवानपुर में 15मिमी और लक्सर में बंदा 03 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। जिले में अभी तक कोई भी मार्ग अवरुद्ध नहीं है।

मौसम विभाग की ओर से हरिद्वार जिले के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी के चलते शहरवासियों की धड़कन बढ़ी हुई है। वहीं नगर निगम की चिंता भी बढ़ गई है, क्योंकि गत माह शहर में आई भारी बारिश से शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया था। साउथ सिविल लाइंस सहित कुछ क्षेत्रों में तो अभी भी निगम की ओर से जल निकासी का काम पंपों के माध्यम से किया जा रहा है।

पौड़ी जनपद में अभी 29 मोटर मार्ग बंद हैं। जिसमें एक एनएच, चार राज्य मार्ग के अलावा 24 ग्रामीण मोटर मार्ग शामिल हैं। आपदा कंट्रोल रुम से मिली जानकारी के मुताबिक एनएच खोलने के लिए चार जेसीबी दुगडडा की तरफ से तथा दो जेसीबी कोटद्वार की ओर से लगाई गई है।

चमोली जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में 35 मोटर मार्ग अवरूद्ध होने से दिक्कत हो रही है। प्रशासन ने सड़कों कोटवाले के निर्देश दिए गए हैं। सड़क खोलने का काम भी जारी है। सुबह से बादल छाए थे। अभी बूंदाबांदी हो रही है। अलर्ट के चलते स्कूलों में छुट्टी है।

कोटद्वार में आसपास के क्षेत्र में बीती रात से शुरू हुआ रुक-रुक का वर्षा का सिलसिला अभी भी जारी है। वर्षा के कारण बीती रात भले ही कोई नुकसान न हुआ हो। लेकिन, मंगलवार रात का खौफनाक मंजर देख चुके लोग की रात आंखों आंखों में ही कटी। उधर, मंगलवार रात से बंद राष्ट्रीय राजमार्ग 48 घंटे बाद भी यातायात के लिए नही खुल पाया है।

देर रात हुई भारी वर्षा के साथ ढालवाला के ऊपरी क्षेत्र में जंगल की ओर से आने वाले बरसाती नाले भारी उफान में आ गए। यहां नाले का पानी एक फैक्ट्री में घुस गया, जिससे फैक्ट्री की में लगी मशीन तथा अन्य सामान खराब हो गए। करीब चार फीट तक पानी भरने के बाद फैक्ट्री की पिछली दीवार टूट गई, जिससे यह पानी बाहर निकाल। ढलवाला में विनायक इंटरप्राइजेज फैक्ट्री में पीवीसी पाइप तथा अन्य समाज बनाया जाता है।

हरिद्वार और आसपास क्षेत्र में सुबह से वर्षा हो रही है। इसके चलते कई क्षेत्रों में जलभराव से लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है। इधर स्कूली बच्चों और कामकाजी लोगों को भी वर्षा से दिक्कतें उठानी पड़ी। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी की ओर से 12वीं तक के सरकारी और निजी विद्यालयों के अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों में अवकाश की सूचना विलंब से दिए जाने के चलते कमोबेश सभी स्कूल खुले हैं। हालांकि वर्षा के चलते छात्र उपस्थिति कम है।

पर्वतीय क्षेत्र में हो रही मूसलधार वर्षा के कारण कई जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं बढ़ गई है। गंगोत्री हाईवे पर भद्रकाली के समीप भारी मालबा आ गया। उधर बदरीनाथ हाईवे पर अटाली के समीप मालवा आ गया। दोनों ही हाईवे सुबह से बंद है।

पुलिस और विभाग की टीम मौके पर है। जेसीबी लगाकर मलबा हटाया जा रहा है। इन दोनों की हाईवे पर ऋषिकेश के मुनिकीरेती से आगे जाने वाले ट्रैफिक को रोका गया है। रुद्रप्रयाग जिले में हो रही है बारिश ‌ 26 मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। गौरीकुंड हाईवे भी दो स्थानों पर बंद हैं। वहीं बारिश के चलते नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हो गई है।

ऋषिकेश- बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गूलर के समीप पुल का एक हिस्सा ढह गया है। नदी की ओर से निरंतर हो रहे कटाव के कारण अंदरूनी हिस्सा काफी खोखला हो गया है। जिसको देखते हुए इस पुल पर अभी आवाजाही को सुरक्षित नहीं माना गया है। पुलिस अधिकारियों की ओर से नेशनल हाईवे डिवीजन और प्रशासन को सूचित कर दिया गया है।

जनपद पौड़ी गढ़वाल के स्वर्गाश्रम क्षेत्र में बीती देर रात एसटीपी के समीप एक दीवार ढह गई। दीवार के नीचे एक साधु दब गया था जिसका शव बरामद कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार मृतक के पास मिले आधार कार्ड के मुताबिक उसकी पहचान राजस्थान के गजानंद (82 वर्ष) के रूप में की गई है।वहीं स्वर्ग आश्रम में दीवार ढहने से इसकी चपेट में दो साधु आ गए थे। साधुओं को घायल अवस्था में राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश लाया गया है। जिनमें दिनेश भारती (65 वर्ष) शिष्य टाट वाले बाबा तथा केदार चौहान शिष्य प्रेम बाबा शामिल है।

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