ईरान ने 8 साल बाद छोड़े 5 अमेरिकी नागरिक

दोहा: ईरान ने आखिरकार अमेरिका के 5 नागरिकों को मंगलवार को रिहा कर दिया। ये अमेरिकी नागरिक साल 2015 से ही ईरान की हिरासत में थे। इसके बदले में अमेरिका ने ईरान के जब्‍त किए गए 6 अरब डॉलर लौटा दिए हैं। ये अमेरिकी नागरिक अब अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं।

अमेरिकी नागरिकों की रिहाई से पिछले एक साल से चला आ रहा प्रयास आखिरकार सफल हो गया है और सभी को आजादी मिली है। अमेरिका और ईरान के बीच इन दिनों तनाव अपने चरम पर है और बाइडन ने हजारों की तादाद में सैनिक खाड़ी में भेजे हैं। ऐसे में ईरान और अमेरिका के बीच सहमति का बनना दुनिया के लिए शांति की एक उम्‍मीद लेकर आया है।

रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के साथ कैदियों की अदला-बदली के तहत अमेरिका द्वारा मांगे गए पांच बंदी सोमवार को तेहरान से रवाना होकर कतर पहुंचे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। बंदियों के कतर पहुंचने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान में कहा, ‘ईरान में कैद पांच निर्दोष अमेरिकी आज आखिरकार अपने घर वापस आ रहे हैं।’ विमान के पहुंचने पर कतर में अमेरिकी राजदूत ने बंदियों से मुलाकात की।

इससे पहले दिन में, उड़ान की आवाजाही संबंधी आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर समाचार एजेंसी ‘एपी’ ने पता लगाया कि कतर एयरवेज के विमान ने तेहरान के मेहराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी, जिसका उपयोग अतीत में भी कैदियों की अदला-बदली में किया जाता रहा है।

इसके तुरंत बाद, ईरान की सरकारी मीडिया ने कहा कि विमान ने तेहरान से उड़ान भर ली है। अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर यह जानकारी दी, क्योंकि कैदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया अभी जारी है। दिन में अधिकारियों ने बताया था कि कभी लेन-देन पर रोक लगा दी गई करीब छह अरब डॉलर की ईरानी संपत्ति कतर पहुंचने के बाद कैदियों की यह अदला-बदली होगी।

यह अदला-बदली के मुख्य शर्तों में से है। हालांकि व‍िशेषज्ञों का कहना है कि कैदियों की अदला-बदली का मतलब यह नहीं है कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव कम हो गया है। दोनों देशों के बीच ईरान के परमाणु कार्यक्रम सहित विभिन्न मुद्दों पर तनाव की स्थिति है।

ईरान का कहना है कि उनका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है लेकिन वर्तमान में उसका यूरेनियम संवर्धन हथियार बनाने में उपयुक्त होने वाले स्तर के करीब पहुंच रहा है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नसीर कनानी ने सबसे पहले स्वीकार किया था कि कैदियों की अदला-बदली सोमवार को होगी।

उन्होंने बताया कि इस अदला-बदली के लिए मांगी गई नकद रकम अब कतर के पास है। यह रकम पहले दक्षिण कोरिया के पास थी। कनानी ने सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की लेकिन उनकी इस टिप्पणी के बाद आगे का प्रसारण रोक दिया गया था।

कनानी ने कहा, ‘दक्षिण कोरिया सहित कुछ देशों में ‘फ्रीज’ (लेन-देन पर रोक) की गई ईरान की संपत्ति अब ‘डीफ्रीज’ कर दी गई है। अल्लाह की मर्जी से आज से अब सारी संपत्ति सरकार और देश के नियंत्रण में आ जाएगी।’ कनानी ने कहा, ‘जहां तक कैदियों की अदला बदली की बात है,

यह आज होगा और इस्लामिक गणराज्य के पांच नागरिक अमेरिका की जेल से रिहा किए जाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘ईरान में बंदी बनाए गए पांच कैदियों को अमेरिका को सौंपा जाएगा।’ उन्होंने कहा कि ईरानी कैदियों में से दो अमेरिका में रहेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *