चमोली: भारी बारिश के दौरान शनिवार रात को मज्जू लग्गा बेमरु गांव के ठीक शीर्ष भाग की पहाड़ी से भूस्खलन होने पर गांव में अफरा-तफरी मच गई। करीब 12 से अधिक परिवार रात को ही घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए।
रविवार सुबह चार बजे बारिश थमने के बाद ग्रामीण घरों को लौटे। भूस्खलन से गांव की करीब 200 नाली कृषि भूमि तबाह हो गई है। गांव में कुछ लोगों की गोशाला को नुकसान हुआ है और लुदाऊं गदेरे पर बना लकड़ी का वैकल्पिक पुलिया बह जाने से ग्रामीणों का आवागमन प्रभावित हो गया है।
दशोली की ब्लॉक प्रमुख विनीता देवी ने बताया कि शनिवार रात को करीब आठ बजे से भारी बारिश शुरू हो गई थी। रात करीब साढ़े 12 बजे मज्जू लग्गा बेमरु गांव के शीर्ष भाग की पहाड़ी से भूस्खलन शुरू हो गया। जैसे ही मलबा खेतों तक पहुंचा तो ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। 12 से अधिक परिवार घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए। रविवार सुबह करीब चार बजे बारिश धीमी होने पर लोग घरों को लाैट गए।
मलबे से हरीश सिंह, बहादुर सिंह, धूम सिंह पंवार, वीरेंद्र सिंह, हुकम सिंह राणा, भरत सिंह, प्रताप सिंह, बचन सिंह, कर्ण सिंह आदि ग्रामीणों की कृषि भूमि तबाह हो गई है। विधायक प्रतिनिधि स्यूंण गांव के रविंद्र सिंह ने बताया कि स्यूंण गांव के कुछ परिवार छह माह तक मज्जू लग्गा बेमरु में प्रवास करते हैं और पशुपालन व कृषि का कार्य करते हैं।
लुदाऊं और स्यूंण गांव के बच्चे हाईस्कूल की पढ़ाई के लिए हाईस्कूल स्यूंण गांव जाते हैं लेकिन अब लुदाऊं गदेरे पर वैकल्पिक पुलिया बह जाने से अब ग्रामीणों के साथ ही स्कूली बच्चों की आवाजाही भी ठप पड़ गई है। उन्होंने शीघ्र गदेरे पर पुलिया निर्माण की मांग की।
लगातार हो रही बारिश से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भूस्खलन हो रहा है जिससे यहां रहने वाले परिवारों में दहशत बनी हुई है। शनिवार देर रात को सुनील वार्ड के थपलियाल मोहल्ले में भूस्खलन होने से पांच परिवार खतरे की जद में आ गए हैं। साथ ही यहां पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है और सेब के पेड़ों को भी नुकसान हुआ है।
अनिल थपलियाल ने बताया कि भूस्खलन से क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। वहीं सिंहधार वार्ड के त्रिदंडी आश्रम के पास भूस्खलन होने से बोल्डर आश्रम की ओर आ गए जिससे पुराना त्रिदंडी आश्रम क्षतिग्रस्त हो गया है। यहां रहने वाले बाबा संतोष गिरी का कहना है कि बोल्डर आने से उनके आश्रम को नुकसान हुआ है। इसके अलावा मनोहर बाग वार्ड में भी भूस्खलन हुआ है।
अपर बाजार में रामलीला मैदान से मस्जिद तक हो रहे भूस्खलन होने के कारण 12 से अधिक परिवार खौफ के साए में रह रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से भूस्खलन वाले भाग में सुरक्षा दीवार बनाने की मांग उठाई। कर्णप्रयाग के बहुगुणानगर, आईटीआई और अपर बाजार में बरसात के दौरान भू-धंसाव हो रहा है। अपर बाजार के अनिल खंडूड़ी व नवीन डिमरी सहित अन्य प्रभावितों ने एसडीएम से कहा कि उनके मकानों में दरारें पड़ गईं व मकान के आंगन भूस्खलन की भेंट चढ़ गए हैं। वे बारिश में रातें जागकर बिता रहे हैं।
वहीं, नगरपालिका के जेई हरीश मैठाणी और पालिकाध्यक्ष दमयंती रतूड़ी ने अपर बाजार में प्रभावित स्थान का मुआयना किया और प्रभावितों को सुरक्षा दीवार बनाने का आश्वासन दिया। वहीं, बहुगुणानगर में भी पिछले साल से हो रहे भू-धंसाव से लोग रतजगा करने को मजबूर हैं। आईटीआई मोहल्ले में सोहन नौटियाल के मकान के नीचे भूस्खलन हो रहा है।
अपर बाजार में रामलीला मैदान से मस्जिद तक हो रहे भूस्खलन होने के कारण 12 से अधिक परिवार खौफ के साए में रह रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से भूस्खलन वाले भाग में सुरक्षा दीवार बनाने की मांग उठाई। कर्णप्रयाग के बहुगुणानगर, आईटीआई और अपर बाजार में बरसात के दौरान भू-धंसाव हो रहा है। अपर बाजार के अनिल खंडूड़ी व नवीन डिमरी सहित अन्य प्रभावितों ने एसडीएम से कहा कि उनके मकानों में दरारें पड़ गईं व मकान के आंगन भूस्खलन की भेंट चढ़ गए हैं। वे बारिश में रातें जागकर बिता रहे हैं।
वहीं, नगरपालिका के जेई हरीश मैठाणी और पालिकाध्यक्ष दमयंती रतूड़ी ने अपर बाजार में प्रभावित स्थान का मुआयना किया और प्रभावितों को सुरक्षा दीवार बनाने का आश्वासन दिया। वहीं, बहुगुणानगर में भी पिछले साल से हो रहे भू-धंसाव से लोग रतजगा करने को मजबूर हैं। आईटीआई मोहल्ले में सोहन नौटियाल के मकान के नीचे भूस्खलन हो रहा है।