सिर्फ मोबाइल से संपर्क कर संगठन मजबूत नहीं होता: जेपी नड्डा

देहरादून। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मंडल-बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को नसीहत दी कि वे खुद का मूल्यांकन करें कि पार्टी के लिए उनका क्या योगदान है। बूथ, शक्ति केंद्र और मंडल स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए पार्टी पदाधिकारी निरंतर बैठकें करें, साथ ही गांव से लेकर शहर के वार्ड में प्रवास की आदत डालें। सिर्फ मोबाइल से संपर्क कर संगठन कभी मजबूत नहीं होता है।

यह पहली बार है, जब भाजपा के बूथ, मंडल, जिला, प्रदेश और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक साथ मंच साझा किया। इस पहल के जरिये भाजपा ने यह संदेश देने का प्रयास किया कि पार्टी के लिए आम कार्यकर्ता सर्वोपरि है और पार्टी नेतृत्व उसका सर्वांगीण विकास चाहता है।

इसी क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तराखंड प्रवास के दूसरे दिन शनिवार शाम को हिंदू नेशनल इंटर कॉलेज में पार्टी की आंबेडकरनगर मंडल की बैठक में शिरकत की। यहां बूथ और मंडल कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद नड्डा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2022 के विधानसभा चुनावों से पूर्व सभी पन्ना प्रमुख अपने बूथों पर प्रवास कार्यक्रम पूरा करें, जिनके पास जिम्मेदारी वाले पद हैं, वे योग्यता साबित करें। साथ ही अपने कार्यों में वैल्यू एडिशन करते रहें। पार्टी में आने का रास्ता तो है, लेकिन जाने का नहीं है।

पार्टी से आज करोड़ों कार्यकर्ता जुड़े हैं। इसलिए भाजपा बायोडाटा से नहीं चलती है। यहां बूथ कार्यकर्ता से लेकर सांसद तक सभी के कार्यों का राष्ट्रीय स्तर पर मूल्यांकन होता है। उन्होंने बूथ व मंडल स्तर के पदाधिकारियों के नाम पुकारते हुए कहा कि आपको केवल नारेबाजी तक ही सीमित नहीं रहना है। हर शक्ति केंद्र पर महीने में कम से कम दो बैठकें करनी हैं। साथ ही प्रत्येक कार्यकर्ता को स्वाध्याय करना होगा, ताकि प्रदेश व देश में भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर वह आमजन से तर्क कर सकें।

नड्डा ने कहा कि भाजपा सरकारों की नीति और रीति से जुड़ी कम से कम 30 उपलब्धियां प्रत्येक कार्यकर्ता को जुबानी याद होनी चाहिए। संगठन तभी मजबूती से खड़ा हो सकेगा, जब प्रत्येक कार्यकर्ता गांव-गांव में ‘प्रवास’ और ‘संवाद’ स्थापित करे। उन्होंने कहा कि इंटरनेट मीडिया में हर रोज केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों की क्लिपिंग अपलोड करें, ताकि जनता तक सरकारों की उपलब्धियां पहुंच सकें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *