मसूरी। इन सर्दियों में भले ही पहाड़ों की रानी मसूरी में अब तक हिमपात का एक भी दौर न हुआ हो, लेकिन बर्फबारी की आस में दिसंबर मध्य से ही पर्यटक बढ़े हैं। खासकर सप्ताहांत में होटलों में 70 फीसद तक बुकिंग देखने को मिल रही है। रविवार को भी शहर के बाजार व पर्यटन स्थल सैलानियों से गुलजार रहे।
बीते वर्ष सर्दी के मौसम में मसूरी में बर्फबारी ने वर्षों पुराने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। कई दौर की बर्फबारी का पर्यटकों ने जमकर लुत्फ उठाया था। हालांकि, इस वर्ष मौसम की वो मेहरबानी नजर नहीं आ रही। बीते कुछ दिनों में धनोल्टी व सुरकंडा समेत आसपास की पहाडिय़ों पर जरूर हल्का हिमपात हुआ है, लेकिन मसूरी अब भी बर्फ की फुहारों का इंतजार कर रही है। यह इंतजार जल्द टूटेगा, इस उम्मीद के साथ पर्यटक भी मसूरी पहुंच रहे हैं, जिससे कोरोनाकाल में भी मसूरी में विंटर टूरिस्ट सीजन अपने चरम पर है।
बीते तीन सप्ताह से यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। हालांकि, बीते सप्ताह के शुरुआती तीन दिनों में सैलानियों के पहुंचने का सिलसिला थोड़ा धीमा हो गया था, लेकिन सप्ताहांत आते-आते शहर पर्यटकों से पैक हो गया। रविवार को अधिकांश होटलों में 70 फीसद कमरे बुक थे। पर्यटकों की आमद बढ़ने से लाइब्रेरी रोड, किंक्रेग, कैंपटी रोड, जीरो प्वाइंट, मैसानिक लॉज, पिक्चर पैलेस चौक, अपर मालरोड, घंटाघर, मलिंगार, चार दुकान मार्ग पर सुबह से शाम तक जाम की स्थिति बनी रही।
मसूरी के चार दुकान क्षेत्र और कंपनी गार्डन के अलावा गनहिल, कैंपटी फॉल, धनोल्टी में भी पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ रही। पर्यटन से जुड़े व्यापारियों की मानें तो सर्दियों में हिमपात नहीं होने के बावजूद इतने अधिक पर्यटक मसूरी में पहली बार आए हैं। क्रिसमस से लेकर अब तक पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हर वर्ग को काम मिला है।