रूस :यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा. दोनों देश अपने अपने एयर डिफेंस सिस्टम और हथियारों की मजबूती पर खास ध्यान दे रहे हैं. बता दें कि यूरोपियाई देश यूक्रेन की काफी मदद कर रहे हैं.जर्मनी की दिग्गज डिफेंस कंपनी Rheinmetall यूक्रेन को Leopard-1 टैंक बेस्ड Skyranger 35 एयर डिफेंस सिस्टम देने जा रही है. यह इतना शक्तिशाली है कि 4 किमी तक हवा में उड़ते हुए लक्ष्य को निशाना बना सकता है.
Skyranger 35, Rheinmetall का ऐसा मशहूर Air Defense System है, जो कि मोबाइल से संचालित होता है. 10 अक्टूबर 2025 को कंपनी ने घोषणा की कि यह सिस्टम यूक्रेन को Leopard 1 टैंक के चेसिस पर लगाकर दिया जाएगा. इसकी कीमत मिलियन यूरो की है.पैसे फ्रीज रूसी संपत्तियों से आएंगे. यह यूरोप का पहला ऐसा कदम है. CEO आर्मिन पप्परगर ने कहा, हम यूक्रेन के भरोसे के आभारी हैं. यह सिस्टम छोटे-छोटे ड्रोन और मिसाइलों को आसानी से नष्ट कर देगा.
Skyranger 35 एक छोटी दूरी का हवाई बचाव सिस्टम है. यह 35mm की रिवॉल्वर तोप पर आधारित है. इसकी तोप KDG 35/1000 है, जो 1 मिनट में 1000 गोलियां दाग सकती है. यह AHEAD गोला-बारूद इस्तेमाल करता है, जो हवा में फटकर छोटे टुकड़े बनाता है.इसकी रेंज 4 किलोमीटर तक है. इसमें रडार और कैमरा लगे हैं, जो 30 किमी दूर तक दुश्मन को देख सकते हैं. छोटे ड्रोन 5 किमी दूर पकड़े जाते हैं। यह Gepard सिस्टम का आधुनिक वर्शन है, जो यूक्रेन ने पहले इस्तेमाल किया था.
रूस यूक्रेन पर रोज ड्रोन और क्रूज मिसाइलें बरसाता है. Patriot जैसे महंगे सिस्टम इनके लिए बर्बाद होते हैं. Skyranger 35 सस्ता और तेज है. यह सैन्य चौकियों, सड़कों और फैक्टरियों की रक्षा करेगा. यूक्रेन को कम से कम एक पूरी बटालियन मिलेगी. Leopard 1 पर लगने से यह तेजी से कहीं भी जा सकेगा. Rheinmetall इटली में इसे तैयार करेगा. यह यूक्रेन की हवाई ढाल को मजबूत बनाएगा.
यह डील दिखाती है कि यूरोप रूस की संपत्तियों से यूक्रेन की मदद कर रहा है. इससे शांति की बातें मजबूत होंगी. Skyranger 35 नाटो देशों के लिए भी नया मानक बनेगा. खतरनाक ड्रोन और मिसाइलें इसके सामने फीकी पड़ जाएंगी.यह आंकड़े विभिन्न स्रोतों के हालिया अपडेट पर आधारित हैं. India.com इन बातों की पुष्टि नहीं करता है.