गाजा में भूख से मौतों की चेतावनी !

न्‍यूयॉर्क: संयुक्त राष्‍ट्र विश्‍व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) का कहना है कि गाजा के 36 फीसदी परिवार अब गंभीर तौर पर भूख का सामना कर रहे हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-कुद्रा की मानें तो अब गाजा पट्टी में कोई ऐसी सुरक्षित जगह नहीं बची है जहां पर कोई जा सके।

यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब एक दिन पहले ही अमेरिका ने गाजा में तत्काल मानवीय युद्धविराम की मांग वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को वीटो कर दिया। इजरायल का कहना है कि उसे हमास को खत्म करने और इजरायली बंधकों को घर लाने के लिए गाजा पर हवाई हमले जारी रखने होंगे।

संयुक्‍त राष्‍ट्र (यूएन) के सीनियर ऑफिशियन और डब्‍लूएफपी के डिप्‍टी डायरेक्‍टर कार्ल स्‍काऊ ने चेतावनी दी है कि गाजा की आधी आबादी भूख से मर रही है, क्योंकि वहां लड़ाई जारी है। स्काऊ ने कहा कि जरूरी आपूर्ति का सिर्फ एक हिस्‍सा ही गाजा पट्टी में दाखिल हो सका है।

10 में से नौ लोगों को रोज ही खाना नहीं मिल पा रहा है। स्काऊ ने कहा कि गाजा की स्थितियों ने आपूर्ति को लगभग असंभव बना दिया है। दूसरी तरफ इजरायल डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने कहा है कि किसी भी नागरिक की मौत दर्दनाक है, लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।

उन्होंने कहा कि हम गाजा पट्टी के अंदर जितना संभव हो सके उतना पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आईडीएफ के चीफ ऑफ स्टाफ हरजी हलेवी ने अपने सैनिकों से कहा है कि सेना को कड़ी मेहनत करनी होगी। उनका कहना था कि आईडीएफ आतंकी आत्मसमर्पण कर रहे हैं। यह एक इशारा है कि उनका नेटवर्क ध्वस्त हो रहा है।

इस बीच अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने कांग्रेस को दरकिनार करने और इजरायल 106 मिलियन डॉलर से ज्‍यादा के करीब 14000 राउंड टैंक और गोला-बारूद की बिक्री को मंजूरी देने के लिए एक आपातकालीन कानून का उपयोग किया है।

सात अक्टूबर के बाद से गाजा के अंदर और बाहर आवाजाही पर प्रतिबंध लगा हुआ है। हमास के शासन वाले गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायल की जवाबी कार्रवाई में करीब 18000 लोगों की मौत गाजा में हो गई है। इसमें से 7000 से ज्‍यादा बच्‍चे है।

गाजा में खाली कराए गए अल-नस्र अस्पताल के आईसीयू वार्ड में अस्पताल के बिस्तरों पर शिशुओं के क्षत-विक्षत शव मिलने का दावा भी किया गया है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, तीन शिशु अस्पताल की मशीनों से जुड़े हुए थे और शवों के बगल में डायपर और दूध की बोतलें मिलीं।

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