जनपद स्तरीय अधिकारियों को राजस्व ग्रामों का आवंटन किया

रुद्रप्रयाग :आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आम जनमानस को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जनपद स्तरीय अधिकारियों को राजस्व ग्रामों का आवंटन किया गया है तथा सभी अधिकारीगण स्वयं गांव में जाकर बैठक का आयोजन करते हुए स्थलीय निरीक्षण करेंगे तथा गांव में अनिवार्य रूप से रात्रि प्रवास करेंगे ताकि ग्रामीणों की समस्याओं की जानकारी के साथ ही उनका समाधान किया जा सके।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शनिवार (3 सितंबर) को जनपद के 75 अधिकारियों को चयनित 75 गांवों में स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही विषम परिस्थितियों में रह रहे ग्रामीणों की समस्याओं व निराकरण तथा रात्रि विश्राम हेतु निर्देशित किया है। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित प्रारूप पर गांव से संबंधित विवरण जैसे गांव की मोटर मार्ग से दूरी, निरीक्षित योजनाओं की संख्या, गांव की मुख्य समस्याएं, संबंधित विभाग का नाम आदि का विवरण (आख्या) उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी स्वयं विकास खंड अगस्त्यमुनि के घिमतोली गांव में स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही ग्रामीणों के साथ बैठक व रात्रि प्रवास करेंगे।  इसी तरह मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार को विकास खंड ऊखीमठ के हुड्डू गांव, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी को विकास खंड जखोली के जवाड़ी गांव, उप वन संरक्षक अभिमन्यु को सेमी तथा जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर को नारी गांव, सहायक परियोजना निदेशक डीआरडीए रमेश चंद्र सतेराखाल, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा फाफंज, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल तालजामण, उप जिलाधिकारी जखोली परमानंद राम लौंगा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बी. के. शुक्ला भुनका, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत स्यूंड गांव, सूचना अधिकारी रती लाल शाह मयकोटी, तहसीलदार बसुकेदार बल्लू लाल पौंठी, तहसीलदार ऊखीमठ दीवान सिंह राणा गैड, तहसीलदार जखोली राम किशोर ध्यानी ललूड़ी तथा तहसीलदार मंजू राजपूत कोठगी सहित चयनित किए गए जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण, बैठक व रात्रि प्रवास के निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि गांव भ्रमण के दौरान संबंधित अधिकारी गांव की समस्याओं के निस्तारण हेतु अन्य संबंधित विभागों से समन्वय करते हुए निस्तारण की कार्यवाही करेंगे। इसके अलावा संबंधित गांव के प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, राजस्व उपनिरीक्षक, अध्यापक, प्रधानाचार्य सहित अन्य क्षेत्रीय कर्मचारी की एक टीम होगी जो लगातार गांव का गतिविधियों व समस्याओं की माॅनीटरिंग करेगी। उन्होंने अधिकारियों को रात्रि विश्राम गांव हेतु पंचायत भवन, स्कूल अथवा सामुदायिक भवन में करने के निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने कहा प्रशासन और आम जनमानस के बीच समन्वय तथा विभिन्न विभागों के एक-दूसरे के कार्यों की जानकारी को लेकर यह प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों के भ्रमण के पश्चात् अधिकारियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया जाएगा।

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