एक ही दिन में पांच जगहों पर हिमस्खलन

मुनस्यारी :  सीमांत में तीसरे दिन शुक्रवार को भी मौसम का मिजाज खराब रहा। उच्च हिमालय में हिमपात हुआ तो निचले इलाकों में वर्षा हुई। चीन सीमा पर एवलांच आने से बंद तवाघाट-लिपुलेख मार्ग 17 घंटे बाद यातायात के लिए खुल चुका है।

वहीं गुंजी-कुटी, आदि कैलास मार्ग तीन स्थानों और दारमा मार्ग पर दो स्थानों पर हिमस्खलन हुआ है। ग्लेशियरों के खिसक कर सड़क तक पहुंचने से दोनों मार्ग बंद हो गए हैं। वाहन फंसे हैं। आदि कैलास जाने वाले मध्य मार्ग से ही वापस लौटे हैं।

शुक्रवार को दिन में जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में जमकर बादल बरसे। इस दौरान जिले के अन्य क्षेत्रों में भी वर्षा हुई। धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर को नपलच्यु से दो किमी पीछे खलना के पास ग्लेशियर आने से बंद मार्ग शुक्रवार सायं को यातायात के खोल दिया गया है। यहां पर शुक्रवार दोपहर तक ग्लेशियर से लगातार बर्फ सड़क तक आ रही थी।

गुं जी क्षेत्र में 11 बजे तक लगातार वर्षा और हिमपात होने बर्फ नहीं हटाई जा सकी। बाद में वर्षा थमने के बाद बर्फ हटाने का कार्य चला और सायं को मार्ग यातायात के लिए खोल दिया गया है।

गुंजी में फंसे वाहन देर सायं धारचूला पहुंचे। इस दौरान चीन सीमा पर गुंजी-कुटी-आदि कैलास मार्ग पर नाम्पा सहित दो अन्य स्थानों पर हिमस्खन होने से ग्लेशियर खिसक कर सड़क पर आ चुके हैं। जिस कारण मार्ग बंद हो चुका है। रोंगकोंग, कुटी सहित आदि कैलास का संपर्क कट चुका है।

दूसरी तरफ चीन सीमा को जोड़ने वाले दारमा में भी झकला और गलछिन में एवलांच आया और ग्लेशियर खिसक कर मार्ग पर आ गए। दारमा मार्ग बंद होने से दारमा गए वाहन फंस गए हैं। दारमा में लगातार हिमपात हो रहा है। मार्ग संचालन सीपीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता अनिल बंग्न्याल ने बताया कि मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य चल रहा है। मौसम में थोड़ा सुधार आने के बाद देर सायं तक मार्ग खुलने की संभावना है।

मुनस्यारी में भी दोपहर तक मौसम साफ रहा। बाद में निचले इलाकों में वर्षा और उच्च हिमालय में हिमपात हो रहा है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए उच्च हिमालय में आगे भी हिमस्खलन की आशंका जताई गई है।

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