देहरादून। दून में सोमवार रात सात बजे से लागू कोविड कर्फ्यू तीन मई की सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। इस दौरान सार्वजनिक परिवहन सेवा सिटी बस, विक्रम और ऑटो समेत ई-रिक्शा का संचालन प्रतिबंधित कर दिया गया है।
चूंकि, ट्रेन व रोडवेज बसों के संचालन पर प्रतिबंध नहीं है, ऐसे में इनका संचालन होता रहेगा। ..लेकिन, यात्रियों को बड़ी समस्या रेलवे स्टेशन एवं आइएसबीटी से अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचने में होगी। प्रशासन ने सिर्फ ऑनलाइन बुकिंग कैब का विकल्प दिया है, लेकिन बस और ट्रेन का सफर करने वाले यात्रियों के लिए कैब सेवा महंगा सौदा साबित हो सकती है।
प्रदेश में आने वालों के लिए पंजीकरण व करोना जांच की 72 घंटे की रिपोर्ट लाने की अनिवार्यता के कारण आजकल दून आ रही ट्रेन और रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या पहले ही कम थी लेकिन अब एक हफ्ते के कोविड कर्फ्यू के कारण दून आ रहे यात्रियों की संख्या पर असर पड़ना तय है। परेशानी यह भी है कि अगर बस या ट्रेन से दून आ गए तो गंतव्य स्थल तक कैसे पहुंचेंगे।
इस दौरान प्रशासन ने न केवल सार्वजनिक बस या अन्य सेवा, बल्कि निजी वाहनों का भी संचालन प्रतिबंधित कर दिया है। इस वजह से यात्रियों के स्वजन या रिश्तेदार भी उन्हें लेने नहीं जा सकते। कोविड कर्फ्यू सोमवार शाम लागू होने के कारण दिल्ली और अन्य राज्यों से यहां पहुंची रोडवेज बसों में प्रति बस पांच से सात यात्री पहुंचे। वाहन सेवा न होने के कारण यात्रियों को पैदल ही दूरी नापनी पड़ी।
कोविड कर्फ्यू का असर दून-डाकपत्थर विकासनगर रूट की निजी बसों पर भी पड़ सकता है। प्रशासन के अनुसार नगर निगम क्षेत्र में रोडवेज के अलावा अन्य निजी बसों को संचालन नहीं हो सकता। इस स्थिति में विकासनगर से संचालित होने वाली समस्त निजी बसों का संचालन प्रेमनगर तक ही हो पाएगा।
इस निजी बसों में दैनिक यात्री बड़ी संख्या में सफर करते हैं, लेकिन कार्यालय व शैक्षिक संस्थान बंद होने से मौजूदा वक्त में इन बसों पर ज्यादा दबाव नहीं। गत दिनों 50 फीसद यात्री क्षमता संग संचालन व यात्रियों की कमी के कारण रूट की यूनियन की बैठक में ट्रांसपोर्टरों ने बसें सरेंडर करने की चेतावनी भी दे दी थी।