देहरादून: देहरादून में तीव्र बौछारों का क्रम बना हुआ है। रोजाना शहर में एक से दो दौर की तेज बारिश हो रही है। मानसून आने के बाद से ही दून के ज्यादातर क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार आज भी दून के कुछ इलाकों में भारी वर्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
देहरादून में सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक बारिश जारी रही। मसूरी में आठ घंटे से ज्यादा समय से बारिश हो रही है। यहां बरसाती नाले ऊफान पर हैं। बारिश से लोग भयभीत है। मसूरी से सटे अगलाड़ तथा यमुना घाटी में भी मूसलाधार बारिश हो रही है। यमुना और अगलाड़ नदियां ऊफान पर हैं। मसूरी-धनोल्टी मार्ग पर वुडस्टॉक स्कूल के नीचे भूस्खलन से होने से मार्ग बंद हो गया है।
गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन होने से अवरुद्ध है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सैंज के पास अवरुद्ध है। जबकि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग झंझर गाड़ के पास अवरुद्ध है। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में वर्षा हो रही है।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर मनेरी के पास भूस्खलन की जद में एक टेम्पो आ गया। शुक्र ये रहा है कि टेम्पो चालक ने किसी तरह से भाग कर अपनी जान बचाई। संबंधित स्थान पर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। इसके अलावा गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध है।
रुद्रप्रयाग में बारिश जारी है। गौरीकुंड हाईवे तरसाली व फाटा में अवरुद्ध है। अभी बदरीनाथ हाईवे पर यातायात सुचारू है। जिले में 21 मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं और चालीस गांवों का संपर्क कटा हुआ है। सोमवार को दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदला और शहरभर में तेज बौछारें पड़ीं। करीब डेढ़ घंटे की बारिश से ज्यादातर चौक-चौराहे पानी से सराबोर हो गए। दून का तापमान सामान्य के आसपास ही बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आज भी बादलों का डेरा रहने का अनुमान है। देहरादून, हरिद्वार, चंपावत, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर व पौड़ी में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इसके अलावा बुधवार के बाद मौसम के तेवर कुछ नरम पड़ने का अनुमान है। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्राें में अगले पांच दिन हल्की वर्षा के दौर हो सकते हैं।भारी बारिश में दून परेशानियों का केंद्र बन रहा है। चारों ओर जल भराव और सड़कों पर मलबा बहने के साथ ही घरों-दुकानों में भी पानी घुस रहा है। इसके अलावा शहर के गिरासू भवनों के गिरने का खतरा भी बढ़ गया है।
सोमवार को झंडा बाजार स्थित एक गिरासू बिल्डिंग भरभराकर गिर गई। गनीमत रही कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। पीड़ित दुकानदार ने मुआवजे की मांग की है। सोमवार दोपहर में करीब डेढ़ घंटे झमाझम बारिश हुई। इस दौरान गिरासू भवन की श्रेणी में शामिल एक बिल्डिंग धराशायी हो गई।
झंडा बाजार में सर्राफा व्यापारी नरेश कुमार वर्मा ने बताया कि बाजार में नीचले तल पर उनकी दुकान है, जो कि दरबार साहिब की ओर से उन्हें लीज पर मिली है। ऊपर का हिस्सा गिरासू हो चुका है और गई बार उसकी मरम्मत की अनुमति मांगी गई, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं मिली।
अब यह ऊपरी हिस्सा भरभराकर गिर गया। नीचे स्थित ज्वेलर्स शाप को भी क्षति पहुंचने की आशंका है। उन्होंने बिल्डिंग की मरम्मत करने की अनुमति और नुकसान को लेकर मुआवजे की मांग की है।