गंगा की उपेक्षा से मानव पर जीवन संकट !

पौड़ी:नेहरू युवा केंद्र द्वारा किया गया जिला युवा सम्मेलन का आयोजक नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के एसीएल सभागार में जिला युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया।

जिसमें गंगा गांव के गंगा दूतों ने शिरकत की सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए पालिका अध्यक्ष पूनम तिवाडी ने कहा की युवा अपनी आदतों में स्वच्छता को शामिल करेंगे तो गंगा को दूषित होने से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर हम गंगा को मां का दर्जा देते हैं तो उसके सम्मान की रक्षा की हमको ही करनी है।
आयोजित कार्यक्रम में युवाओं को गंगा के इतिहास और वर्तमान स्थिति से परिचय करवाते हुए प्रो0 एमएम सेमवाल ने कहा गंगा से हम सांस्कृतिक सामाजिक एवं आर्थिक रूप से जुड़े हुए हैं। गंगा की लगातार उपेक्षा से मानव का जीवन संकट में आ सकता है।

डॉ0 कविता भट्ट शैलपुत्री ने मां गंगा के महत्व को समझाते हुए कहां की हमारे पहाड़ के गधेरो प्राकृतिक स्रोतों को भी मां गंगा का दर्जा है। इसलिए अपने गांव के प्राकृतिक स्रोतों को स्वच्छ रखना जरूरी है। कार्यक्रम में स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए श्रीनगर के हरि सिंह बिष्ट और धु्रव प्रसाद बंगवाल को सम्मानित किया गया।

जिला युवा अधिकारी शैलेश भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया की नेहरू युवा केंद्र द्वारा गंगा गांव के युवाओं को दो दिवसीय प्रशिक्षण देकर मां गंगा की स्वच्छता के प्रति संवेदित किया गया है। सम्मेलन में युवा संवाद कार्यक्रम में युवाओं ने प्रतिभाग किया वहीं युवा क्लब सिमखेत और श्रीनगर द्वारा लोकनृत्य प्रस्तुत किये गये।

कार्यक्रम का संचालन योगम्बर पोली ने किया। जिला परियोजना अधिकारी अजय कुमार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि जनपद के गंगा गांवों में नमामि गंगे के अंतर्गत व्यवहार परिवर्तन पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

आयोजित कार्यक्रम में लेखा एवं कार्यक्रम पर्यवेक्षक अंजना बिष्ट, स्वंयसेवक वर्षा नेगी, कविता पंवार,पूजा जुयाल, अमित बर्थवाल, दुर्गा अंथवाल, ज्योति ठाकुर,गंगा दूत,सहित विभिन्न विद्यालयों के अध्यापक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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