खूनी नाला:टनल के मलबे में दबे दस शव बरामद

जम्मू : जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन जिले के खूनी नाला इलाके में मुख्य टनल के साथ बन रही एडिट टनल के धंसने से मलबे में दबे सभी दस शवों को निकाल लिया गया। उसके बाद शनिवार देर शाम को रेस्क्यू आपरेशन समाप्त कर दिया गया।

रामबन के डीसी मुसर्रत इस्लाम ने सभी शवों के बरामद होने की पुष्टि करते हुए कहा कि मृतकों में पांच पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे। मलबे से बरामद सभी शवों को रामबन के जिला अस्पताल भेज दिया गया है। उपराज्यपाल ने सभी मृतकों को राहत फंड से एक-एक लाख की सहायता राशि देने की बात कहते हुए निर्माण कंपनी को मृतकों के आश्रितों को 15-15 लाख रुपये मुआवजा देने को कहा है।

एनएच-44 पर रामबन जिले के खूनी नाला में हुए हादसे के बाद मलबे में दब कर लापता हुए लोगों की तलाश में शनिवार की सुबह से ही रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा था। एनडीआरएफ के विशेषज्ञों की देखरेख में तीन मशीनों की मदद से तकरीबन दस घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार खोजी दल ने मलबे से स्थानीय मजदूरों सहित कुल दस शवों को बरामद कर लिया। वहीं पुलिस ने निर्माण कंपनी के खिलाफ निर्माण कार्य में लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं हुई है।

बता दें कि वीरवार रात खूनी नाला क्षेत्र में जम्मू-श्रीनगर फोरलेन हाईवे पर एक सुंरग के एडिट टनल का निर्माण किया जा रहा था। अभी काम शुरू ही हुआ था कि अचानक पहाड़ी का बड़े हिस्से का भूस्खलन हाे गया। मात्र दो मीटर बन चुकी एडिट टनल के अंदर काम कर रहे 10 लोग मलबे के नीचे दब कर लापता हो गए।

हादसे के बाद पुलिस, सेना, एसडीआरएफ, सिविल क्यूआरटी व प्रशान ने फौरन राहत व बचाव कार्य शुरू कर तीन घायलों को बचा लिया। इसमें से एक को जम्मू मेडिकल रेफर किया गया।

हादसे के बाद से जारी अभियान में बचाव दल ने मलबे के नीचे के सुधीर राय निवासी जलपाई गुड़ी का शव बरामद कर लिया। इसके बाद घंटों तक मलबा हटाने का काम जारी रहा। मलबा लगभग हट ही चुका था। मगर इससे पहले की और शव बरामद हो पाते भारी भूस्खलन होने से पहले से भी ज्यादा मलबा नीचे आ गिरा,

जिससे रात से लेकर शाम तक जारी तकरीबन 20 घंटों की मेहनत पर पानी फिर गया। इससे साथ ही मौसम का मिजाज भी बिगड़ गया और तेज बारिश होने लगी। भूस्खलगन होने की आशंका औऱ खराब मौसम को देखते हुए बचाव अभियान को स्थगित करने का फैसला लिया गया।

शनिवार सुबह 8.00 बजे मशीनों की मदद से बचाव अभियान फिर से शुरू किया गया। एक तरफ से मशीनों ने हाईवे की तरफ से गिरे मलबे को हटाने का काम शुरू किया। जबकि दूसरे छोर पर सुरक्षित खड़ी मशीनों की मदद से मलबा हटने का का काम शुरू किया गया। तकरीबन साढ़े पांच घंटों के बाद दोपह 1.30 बजे मलबे से एक शव बरामद हो गया।

इसके बाद खोज दल को लगातार सफलता मिलती गई। पहले शव मिलने के बाद एक घंटे के भीतर तीन और शव बरामद कर लिए गए। शाम साढ़े पांच बजे तक मलबे से आठ शवों को बरामद कर लिया गया। कुछ ही देर बाद दो और शव मिलने के साथ रेस्क्यू आपरेशन समाप्त हो गया। मृतकों मेें पांच जम्मू कश्मीर के और पांच पश्चिम बंगाल के हैं।

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