70 सालों में सिर्फ एक परिवार को हुआ फायदा: वित्त मंत्री

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राज्यसभा में केंद्रीय बजट (Budget 2022) पर चर्चा का जवाब दे रही हैं। चर्चा के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि इस बजट से निरंतरता आएगी और ये बजट अर्थव्यवस्था में स्थिरता लाएगा। ये बजट स्थिरता की बात करता है, इस बजट में पिछले साल की कुछ योजनाओं को आगे बढ़ाया गया है और वो योजनाएं आने वाले 25 सालों में हमारा मार्गदर्शन करेंगी।

निर्मला ने आगे कहा कि भारत में स्टार्टअप के लिए बेहतर सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा कि विकास के लिए 25 साल का रोडमैप जरूरी है। हमारा पूरा जोर आर्थिक विकास पर है। उन्होंने कहा कि देश में 20 से ज्यादा स्टार्टअप यूनिकार्न बनाए गए हैं।

इस बजट में तकनीक को प्राथमिकता दी गई है, इसका एक उदाहरण कृषि में सुधार करने और उसको माडर्न बनाने के लिए ड्रोन को लाना है। स्टार्टअप को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, हमने देखा कि देश में जिस मजबूती के साथ स्टार्टअप आ रहे हैं ऐसा विश्व में कहीं नहीं हुआ।

वित्त मंत्री ने आगे कहा कि अगर हमारे पास भारत की आजादी के 100 साल पूरे होने पर कोई विजन नहीं होगा तो हमें उसी तरह से भुगतना पड़ेगा जैसे हमें 70 सालों में भुगतना पड़ा जिसमें एक परिवार को बनाने, उसका समर्थन करने और उसको फायदा पहुंचाने के अलावा देश में और कोई विजन नहीं था।

उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से जीडीपी में 9.57 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन सप्लाई साइड में हुए अवरोध के बावजूद भी भारत की सीपीआई मुद्रास्फीति अब 6.2% है:

बता दें कि इससे पहले उन्होंने गुरुवार को लोकसभा में बजट पर जवाब दिया था। वित्त मंत्री ने 1 फरवरी को संसद में आम बजट पेश किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी वित्त वर्ष के लिए पेश बजट पर लोकसभा में चर्चा के दौरान बताया कि हर साल एक ही देश से 2.5 करोड़ छाते का आयात होता है। उन्होंने चीन की ओर इशारा करते हुए कहा कि इसे देखते हुए ही छाते के आयात पर लगने वाले 10 प्रतिशत शुल्क को बजट में 20 प्रतिशत कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि घरेलू छाता निर्माता एमएसएमई कंपनियों ने यह शिकायत की थी कि कम शुल्क की वजह से देश में चीन से छाते का आयात लगातार बढ़ रहा है। आयात शुल्क बढ़ने से घरेलू छोटे उद्यमियों को निर्माण का मौका मिलेगा।

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