रेगिस्‍तान में ‘जन्‍नत’ बसा रहे प्रिंस

रियाद: संयुक्‍त अरब अमीरात के दुबई शहर को मात देने के लिए कमर कस चुके सऊदी अरब के प्र‍िंस मोहम्‍मद बिन सलमान ‘धरती पर स्‍वर्ग’ बसाने जा रहे हैं। सऊदी प्रिंस अपने विजन 2030 के तहत देश में निओम शहर बसा रहे हैं। इस अत्‍याधुनिक शहर में एक विशाल मानव निर्मित पहाड़ का निर्माण होने जा रहा है। इस पहाड़ के अंदर लग्‍जरी होटल और अपार्टमेंट बने होंगे।

सऊदी प्रिंस जहां देश की तस्‍वीर बदलने जा रहे हैं, वहीं आलोचकों का कहना है कि अरबों डॉलर के इस महत्‍वाकांक्षी मेगा प्रॉजेक्‍ट की कीमत आखिरकार देश की जनता को चुकानी पड़ेगी। निओम शहर पर 500 अरब डॉलर खर्च का अनुमान है।

द सन की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया का केंद्र बनने के एक हताश प्रयास में सऊदी अरब साल 2025 और 2028 के बीच मेगा परियोजनाओं पर हर साल $ 175 बिलियन से अधिक खर्च करने के लिए तैयार है। इसमें प्रमुख परियोजनाओं के लगभग 1.3 ट्रिलियन डॉलर के काम शामिल हैं।

सऊदी प्रिंस का यह बेहद महत्वाकांक्षी निओम एक स्मार्ट शहर बनने के लिए तैयार है। यह एक ऐसा क्षेत्र होगा जो कई शहरों, भव्य रिसॉर्ट्स और अन्य पर्यटन-आधारित अचल संपत्तियों का विकास किया जाएगा।

सिरान्‍ना एक नवीनतम परियोजना है जो एक आश्चर्यजनक होटल है जिसे एक मानव निर्मित पहाड़ पर बकायदा अद्भुत वास्तुकला के साथ बनाया जाएगा। पूरी इमारत को पहाड़ के किनारे पर उकेरा जाएगा और इसमें सिग्नेचर बीच क्लब, एक भव्य वेलनेस सुविधा केंद्र और सुंदर प्राकृतिक रास्‍ते जैसी सुविधाएं होंगी जिन्हें पैदल या घोड़े की पीठ पर बैठकर खोजा जा सकेगा। इस होटल में कई पूल बनाए जाएंगे, जिनसे लाल सागर के लुभावने दृश्य दिखाई देंगे और प्रत्येक पूल एक सुनहरे निजी समुद्री तट की ओर ले जाएगा।

हालांकि, सऊदी अरब की इन परियोजनाओं को मानव अधिकारों के उल्लंघन के लिए कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है। खासकर 500 अरब डॉलर की निओम परियोजना जहां जनजातियों को उनकी मातृभूमि से बाहर निकाल दिया गया है, कैद कर लिया गया या फिर मार दिया गया।

आलोचकों का कहना है कि दो कस्बों को खाली कर दिया गया है और इस मेगा प्रॉजेक्‍ट को पूरा करने के लिए लिए हुवैतात जनजाति के 20,000 सदस्यों को बिना मुआवजे के जबरदस्ती हटा दिया गया था। इस परियोजना के माध्यम से, सऊदी अरब का लक्ष्य देश की अर्थव्यवस्था में विविधता लाना है ताकि तेल पर से उसकी निर्भरता कम हो सके।

निओम शहर जॉर्डन और मिस्र की सीमा पर स्थित होगा और 2025 तक निवासियों और व्यवसायों का स्वागत करना शुरू कर देगा। यह लंदन के आकार का 17 गुना बड़ा होगा और डेवलपर्स के अनुसार, ‘रोबोटिक्स के विकास के लिए एक केंद्र’ होगा।

दस्तावेजों से पता चलता है कि शहर में हॉलिवुड की फिल्‍मों की तरह से फ्लाइंग टैक्सी होंगी। परियोजना का सबसे महत्वाकांक्षी हिस्सा ‘द लाइन’ है। यह एक 100 मील लंबी रैखिक शहर की इमारत होगी जिसमें लगभग 90 लाख लोग रहेंगे।

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