रामनगर : कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बाद अब एहतियातन शासन-प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। प्रदेश में अब आए दिन दो सौ से अधिक मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में कोरोना प्रभावित राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए कोरोना रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। इसका असर पर्यटन कारोबार पर भी नजर आने लगा है। एक तरफ जहां होटल और रिसॉर्ट में बुकिंग कैंसिल होने लगी है, वहीं पर्यटकों की संख्या में भी कमी देखी जा रही है। पिछले साल भी पर्यटन सीजन शुरू होने के दौरान ही कोरोना का प्रकोप बढ़ गया था।
उत्तराखंड सरकार की नई गाइड लाइन के मुताबिक अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को 72 घंटे पहले की कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट लानी होगी। इसे देखते हुए कॉर्बेट प्रशासन द्वारा भी अपने यहां डे सफारी व नाइट स्टे के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए कोविड की निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है। जिन पर्यटकों के पास कोरोना रिपोर्ट होगी। वह पर्यटक ही कॉर्बेट पार्क में सफारी कर पाएंगे। कॉर्बेट पार्क के वार्डन आरके तिवारी ने बताया कि ऑनलाइन बुकिंग वेबसाइट में कोविड की गाइडलाइन अपलोड कर दी गई है।
वेबसाइट में सूचना जारी कर दी गई है कि पर्यटकों को अपनी कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लानी जरूरी है। पार्क वार्डन ने बताया कि कॉर्बेट पार्क में कोविड के नियमों का पूरा पालन कराने के लिए स्टाफ को निर्देशित कर दिया गया है। पर्यटक को मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य रूप से करना होगा।
नैनीताल में कोरोना गाइडलाइन को लागू कर दिया गया है। सरोवर नगरी के एंट्री प्वाइंट पर रिपोर्ट दिखाने और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही पर्यटकों को शहर में एंट्री मिल पाएगी। एंट्री प्वाइंट पर ही पर्यटकों की रैंडम कोरोना जांच भी की जाएगी।
कोरोना की रोकथाम को लेकर शासन ने एडवाइजरी जारी कर 12 राज्यों से पहुंचने वाले पर्यटक को आरटीपीसीआर जांच कराना अनिवार्य कर दिया है। बढ़ते खतरे को देखते हुए अब जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन ने भी संक्रमण की रोकथाम को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। पहली अप्रैल से शहर में पूर्व की तरह ही कोरोना जांच और अन्य अभियान चलाये जाएंगे।