निर्माणाधीन फ्लाइओवर की शटिरंग गिरी 1 की मौत, 12 घायल

कोटा। राजस्थान के कोटा में स्थित शॉपिंग मॉल के सामने बुधवार रात को निर्माणाधीन ओवरब्रिज का एक हिस्सा गिर गया। इसके कारण 1 की मौत 12 लोग घायल हो गए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 

जानकारी के अनुसार राजस्थान के कोटा शहर में बुधवार रात एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 12 लोग घायल हो गए और 1 की मौत हो गई। घायलों में 5 की हालत गंभीर है। हादसा कोटा के झालावाड़ रोड़ स्थित सिटी मॉल के पास हुआ। यहां निर्माणाधीन फ्लाईओवर का लोहे का भारी स्ट्रक्चर अचानक गिर गया। हादसे में निर्माण कार्य में लगे 12 मजदूर घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान एक की मौत हो गई। ये सभी मजदूर फ्लाइओवर का स्लैब डालने के लिए स्ट्रक्चर तैयार कर रहे थे।

इसी दौरान उधर से गुजरे एक डंपर की टक्कर से स्ट्रक्चर की शटरिंग टूट गई। शटरिंग टूटते ही पूरा स्ट्रक्चर नीचे गिर गया। अधिकांश मजदूर स्ट्रक्चर पर ही खड़े थे। घटना की सूचना मिलने पर जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ व पुलिस अधीक्षक विकास पाठक सहित उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे। ठेकेदार के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया गया है।

स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने हादसे की जांच के लिए नगरीय निकाय सचिव भवानी सिंह देथा की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है । कमेटी तीन दिन में रिपोर्ट देगी। जानकारी के अनुसार शटरिंग की क्वालिटी कमजोर होने कारण यह हादसा होना माना जा रहा है। फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जयपुर की बंसल कंपनी के पास है। मौके पर सुरक्षा के उपकरण भी नहीं थे।

 

राजस्थान में बांरा के जिला कलेक्टर का पीए 1 लाख 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए शाम को गिरफ्तार किया गया है। राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने पीए महावीर नागर को पैसे लेते हुए गिरफ्तार किया। वह पेट्रोल पंप के लिए एनओसी जारी करने के बदले पैसे ले रहा था। इसमें 1 लाख रुपये जिला कलेक्टर व 40 हजार रुपये खुद के लिए ले रहा था। पूछताछ में पीए ने कलेक्टर व खुद के लिए रिश्वत की राशि लेने की बात स्वीकार की है। ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नागर को गिरफ्तार कर लिया गया। कलेक्टर से भी पूछताछ की जाएगी।

ब्यूरो के महानिदेशक बी.एल.सोनी ने बताया कि एक शिकायत मिली थी कि पेट्रोप पंप की एनओसी देने के बदले कलेक्टर के लिए पीए रिश्वत की रकम मांग रहा है। शिकायत का सत्यापन कराया गया। इस पर ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील एवंउनकी टीम ने ट्रेप किया। पीए नागर को रंगे हाथों रिश्वत की रकम लेते हुए गिरफ्तार किया गया। अब तक की जांच में सामने आया कि जिला कलेक्टर के लिए पैसे का लेनदेन का काम करता रहा है।

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