बाबा केदार के दर्शनों को उमड़ा आस्‍था का सैलाब

गौरीकुंड : इस वर्ष चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विभिन्‍न धामों के लिए अब तक 1234898 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं। वहीं अगले आठ दिन तक केदारनाथ दर्शन के लिए पंजीकरण पूर्ण है।

श्रद्धालुओं को परेशानी से बचाने के लिए शासन की ओर से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित कर दी गई है। जिसके मुताबिक केदारनाथ में 13000, बदरीनाथ में 16000, गंगोत्री में 8000 और यमुनोत्री धाम में 5000 श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन कर सकते हैं।

चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को पंजीकरण कराना अनिवार्य है। श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर आनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। शुक्रवार तक 21 मई तक केदारनाथ, 30 मई तक यमुनोत्री, 16 मई तक गंगोत्री और बदरीनाथ की बुकिंग पूर्ण हो चुकी है।

शुक्रवार शाम तक सभी धामों के लिए 1234898 श्रद्धालु आनलाइन और आफलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। यमुनोत्री के लिए 214981, गंगोत्री के लिए 226142, केदारनाथ के लिए 420936 और बदरीनाथ के लिए 358951 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं। जबकि श्री हेमकुंड साहिब के लिए 13888 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है।

चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश केंद्र में बसों का संकट अब कम हो गया है। शुक्रवार को ऋषिकेश क्षेत्रों से परिवहन कंपनियों की 126 बसों में 3700 श्रद्धालु यात्रा पर रवाना हुए। परिवहन विभाग की ओर से अब तक कुल 12396 ग्रीन कार्ड जारी किए जा चुके हैं। चारधाम यात्रा मार्ग पर जाने वाली बसों सहित अन्य व्यावसायिक वाहनों की जांच के लिए भद्रकाली और ब्रह्मपुरी में परिवहन विभाग की चेकपोस्ट स्थापित की गई हैं।

रोटेशन के पास शनिवार के लिए करीब 120 बसों की मांग दर्ज की गई है। पांच बस कुमाऊं मंडल से आ चुकी है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि 18 अप्रैल से 13 मई तक कुल 12396 ग्रीन कार्ड जारी किए जा चुके हैं।

चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी व उप जिलाधिकारी ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी ने प्रमुख विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर यात्रा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यात्रा के लिए आए श्रद्धालुओं के लिए आश्रम और धर्मशाला में व्यवस्था की जाएगी। नगर निगम सभागार में आयोजित बैठक में उप जिला अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि पंजीकरण काउंटर और उसके आसपास श्रद्धालुओं के लिए कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। यहां आने वाले बुजुर्ग, महिला, दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण की अलग से व्यवस्था होनी चाहिए।

एथिक्स इंफोटेक कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रेमा अनंत ने बताया कि इस वर्ग के श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण की विशेष व्यवस्था की गई है। नोडल अधिकारी ने कहा कि बस टर्मिनल कंपाउंड में श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से ना आना पड़े, उन्हें वहां रात ना गुजारने पड़े इसके लिए धर्मशाला और आश्रमों में पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि यात्री का पंजीकरण होने के बाद ही संयुक्त रोटेशन और परिवहन निगम उन्हें टिकट जारी करें। ताकि धामों पर होने वाली अव्यवस्था से बचा जा सके।

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