विद्रोहियों पर बरसाए बम, 3,000 से अधिक के मारे जाने का अनुमान !

बैंकॉक: म्यांमार की सेना की ओर से मंगलवार को किए गए हवाई हमलों में कई बच्चों सहित 100 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। ये लोग सैन्य शासन के विरोधियों की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। लोकतंत्र समर्थक समूह के एक सदस्य और स्वतंत्र मीडिया के जरिए यह जानकारी मिली। सेना ने फरवरी 2021 में आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट कर दिया था। तब से सेना अपने शासन के खिलाफ प्रदर्शनों को दबाने के लिए लगातार हवाई हमले करती रही है।

तख्तापलट के बाद से सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 3,000 से अधिक नागरिकों के मारे जाने का अनुमान है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि एक लड़ाकू विमान ने सागैंग क्षेत्र की कनबालु टाउनशिप में पाजिगी गांव के बाहर देश के विपक्षी समूह के एक स्थानीय कार्यालय के उद्घाटन के लिए सुबह आठ बजे एकत्रित लोगों की भीड़ पर बमबारी की। यह क्षेत्र देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले से लगभग 110 किलोमीटर उत्तर में है।

प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि लगभग आधे घंटे बाद, एक हेलीकॉप्टर के जरिए गोलीबारी की गई। स्वतंत्र मीडिया की खबरों के मुताबिक शुरुआत में 50 लोगों के मारे जाने का अनुमान था, लेकिन यह संख्या अब 100 के आसपास हो चुकी है। सैन्य सरकार की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के कारण घटना के बारे में स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है। सरकारी मीडिया में हमले की कोई खबर नहीं है।

प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ‘‘मैं उस वक्त भीड़ से कुछ दूरी पर था, जब मेरे एक दोस्त ने फोन पर बताया कि एक लड़ाकू विमान मंडरा रहा है। बाद में इस विमान ने भीड़ पर बम गिराए। दोस्त ने बताया कि वह विमान को देखकर पास की खाई में कूद गया और वहां छिप गया।’’

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ‘‘गोलाबारी में समूह का कार्यालय ध्वस्त हो गया। घटना में करीब 30 लोग घायल हो गए। घायलों को ले जाते वक्त हेलीकॉप्टर के जरिए गोलीबारी की गई।’’ उन्होंने बताया कि उद्घाटन समारोह में करीब 150 लोग जमा हुए थे और मरने वालों में महिलाएं तथा 20-30 बच्चे शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मारे गए लोगों में सरकार विरोधी सशस्त्र समूहों और अन्य विपक्षी संगठनों के नेता भी शामिल हैं।

विपक्षी समूह नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट (एनयूजी) ने एक बयान में कहा, ‘‘आतंकी सेना की ओर से यह जघन्य कृत्य निर्दोष नागरिकों के खिलाफ ताकत के उनके अंधाधुंध इस्तेमाल का एक और उदाहरण है।’’ एनयूजी खुद को सेना के विरोध में देश की वैध सरकार कहता है। मंगलवार को समूह का खोला जा रहा कार्यालय उसके प्रशासनिक नेटवर्क का हिस्सा था।

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