CCTV कैमरे की निगरानी में होगी चारधाम यात्रा

देहरादून। चार धाम यात्रा रुट पर इस बार जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। सभी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी। गुरुवार को चार धाम यात्रा की तैयारी को लेकर हुई बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने दिशा निर्देश जारी किए हैं।

पुलिस मुख्यालय में एपी अंशुमान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस महानिरीक्षक मुख्यालय, पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, एसएसपी एसटीएफ को निर्देशित किया कि चारों धामों एवं हेमकुंड साहिब में स्थित धार्मिक स्थलों का सुरक्षा आडिट कर धामों की त्रुटि रहित सुरक्षा व्यवस्था की जाए।

अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने कहा कि चारों धामों व यात्रा मार्गों पर समय से पर्याप्त संख्या में पुलिस व पीएसी बल नियुक्त किया जाए व यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर क्षतिग्रस्त मार्गों को समय से सही कराने की कार्रवाई कराई जाए।

एडीजी ने कहा कि श्रद्धालुओं व यात्रियों की सुविधा के लिए यात्रा के दौरान स्थापित किए जाने वाले अस्थायी थाने, चौकियों, पर्यटन बूथ व बैरियरों को चिह्नित स्थानों पर स्थापित करते हुए उनमें समय से पुलिस बल की नियुक्ति सुनिश्चित की जाए।

श्री केदारनाथ एवं यमुनोत्री धाम में घोड़े व खच्चरों को रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में स्थान चिन्हित कराया जाए।
चारों धामों एवं यात्रा मार्ग पर स्थित होटल, ढाबे, दुकान, सराय आदि पर काम करने वालों, घोड़े और खच्चर चलाने वालों के समय से सत्यापन किया जाए।

यात्रा रूटों पर ओवर रेटिंग की काफी शिकायतें आती हैं। ऐसे में दुकानों पर सामान की सूची चस्पा की जाए।
चार धाम के दौरान प्राप्त होने वाली शिकायतों के निवारण के लिए प्रत्येक जनपद में आसान पहुंच वाले स्थान पर एक सेल का गठन किया जाए तथा जनपदों में शिकायतों के निवारण के लिए नोडल अधिकारी को नियुक्त कर उनके मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप नंबर और स्थान के बारे में प्रचार-प्रसार किया जाए।

चेकिंग के दौरान यात्रियों के साथ कोई दुर्व्यवहार व असुविधा न हो। पुलिस को आचरण और व्यवहार अच्छा रहे इस पर विशेष ध्यान दिया जाए।प्रत्येक धाम में एक क्विक रिस्पांस टीम की नियुक्ति करें। इस दल में नियुक्त कर्मियों को स्थानीय स्तर पर विशेष प्रशिक्षण दिए जाने की व्यवस्था की जाए।

पार्किंग स्थलों में अतिरिक्त स्थान न होने पर अन्यत्र स्थानों पर अस्थायी पार्किंग व्यवस्था करें। जाम की स्थिति में मार्ग परिवर्तन कर वाहनों की ऐसे स्थानों पर पार्किंग कराएं, जहां सुरक्षित एवं पर्याप्त स्थान हो।टूरिस्ट पुलिस केंद्रों में प्रशिक्षण प्राप्त कार्मिकों को नियुक्त करते हुए उन्हें निर्धारित वर्दी प्रदान की जाए।बल्क एसएमएस के माध्यम से यात्रियों को मौसम एवं मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी दिए जाने की व्यवस्था की जाए।

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