कोरोना: डेल्टा वैरिएंट ने बढ़ाई दुनिया की परेशानी

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट ने दुनिया के कई देशों में खौफ पैदा कर दिया है। इसके चलते यूरोप समेत कई देशों में तालाबंदी बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है। क्योंकि ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देशों में प्रतिबंधों ने छूट देने की तैयारी की जा रही है। लेकिन विशेषज्ञों की चेतावनी के बाद इसे टालने की तैयारी है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूके में अधिकारियों ने अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की है। साथ ही कहा है कि यूके में 90 फीसदी नए कोरोना मामलों के लिए डेल्टा वेरिएंट ही जिम्मेदार है। वहीं स्पेन में मैड्रिड के उप स्वास्थ्य प्रमुख एंटोनियो जापाटेरो ने कहा है कि डेल्टा वेरिएंट छह से सात हफ्तों में देश में संक्रमण का सबसे बड़ा कारण होगा।

डब्ल्यूएचओ ने गुरुवार को चेतावनी देते हुए का था कि डेल्टा वेरिएंट पूरे यूरोप में अपनी जड़ें जमाने को तैयार है। क्योंकि दर्जनों देश कोरोना प्रतिबंधों में छूट देने जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना का यह वेरिएंट नए केसों में वृद्धि कर सकता है। इसलिए अभी उन्हें इसे टालना होगा। यूरोप में डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक हैंस क्लूज ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट (बी1617.2) कुछ टीकों से बचने में सक्षम होने के संकेत दिखाए हैं और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए यह बड़ा खतरा पैदा कर सकता है।

देश में डेल्टा का पहला मामला सामने आने की पुष्टि 29 अप्रैल को की गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दक्षिणी फ्रांस के बचेस डू रोने और लोत एत गारोने क्षेत्र में तीन लोगों के वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। तीनों लोगों ने पिछले दिनों भारत की यात्रा की थी। देश के स्वास्थ्य मंत्री ने ओलिवियर वेरन ने कहा कि फ्रांस में कोरोना के स्वरूप के कई समूह लोगों को प्रभावित कर रहे हैं, खासतौर पर दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में।

कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के खतरे को देखते हुए ब्रिटेन में लॉकडाउन की पाबंदियों को चार हफ्ते और बढ़ाया गया है। इससे पहले इन पाबंदियों को हटाने के लिए 21 जून की तारीख तय की गई थी। हालांकि, अब यह तालाबंदी 19 जुलाई को खत्म होगी।

ब्रिटेन में रविवार को कोरोना वायरस के 7490 नए मामले आए थे और आठ लोगों की मौत हुई थी। गत हफ्ते मामलों में उससे सात दिन पहले के मामलों की तुलना में 49 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। विशेषज्ञ इसके पीछे डेल्टा वेरिएंट को कारण मान रहे हैं।

जिम्बाब्वे में 12 जून को डेल्टा वेरिएंट पाए जाने के बाद हुरुंग्वे और करिबा जिलों में दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है। पिछले तीन दिनों में कोरोना वायरस के 40 से अधिक मामले दर्ज किए गए।

देश में आठ मई को कोरोना के डेल्टा स्वरूप का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद श्रीलंका में सात मई को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एक ही दिन में सर्वाधिक 19 लोगों की मौत हुई थी। इतना ही नहीं, अप्रैल के बाद से कोरोना वायरस के मामलों में काफी इजाफा होना भी शुरू हुआ।

चीन के ग्वानझोउ में 21 मई से अब तक 100 से अधिक स्थानीय संक्रमण के मामले सामने आए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ग्वानझोउ में अधिक मामले असंक्रामक डेल्टा वेरिएंट के कारण हैं।

साइप्रस ने कोविड-19 के बी‘ 1.617 प्रकार के प्रसार को विफल करने के लिए पिछले दो हफ्तों में भारत में आने या जाने वाले किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।सोमवार को जारी एक निर्देश में, साइप्रस सरकार ने कहा कि प्रतिबंध साइप्रस के नागरिकों और उनके परिवारों, यूरोपीय संघ के नागरिकों और साइप्रस में स्थायी रूप से रहने वाले विदेशी नागरिकों पर लागू नहीं होगा।

डेल्टा वेरिएंट सबसे पहले पिछले साल सितंबर में भारत में मिला था। डब्ल्यूएचओ ने इस वेरिएंट को चिंता का सबब बताया है। साथ ही कहा है कि कोरोना का डेल्टा वेरिएंट अब तक 53 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।

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