भूकंप ने मचाई तबाही,500 से ज़्यादा लोगों की मौत, 3,000 से अधिक घायल

अंकारा: तुर्की और सीरिया में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। सोमवार को तुर्की के नूर्दगी से 23 किमी पूर्व में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। तकरीबन एक मिनट तक आए इस भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं है। इमारतों के मलबे के नीचे दबने से कुल 521 लोगों की मौत भी हो गई।

जानकारी के अनुसार भूकंप से दोनों देशों को जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। तुर्की में 284 तो सीरिया में 237 लोगों की जान इस भूकंप के चलते गई है। वहीं, घायलों का आंकड़ा 1000 के पार चला गया है। सरकारी ब्रॉडकास्टर टीआरटी की तस्वीरों के मुताबिक, तुर्की में इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है और लोग बचने के लिए बर्फीली सड़कों पर जमा हो गए हैं। रॉयटर्स के अनुसार, भूकंप लगभग एक मिनट तक आया और इससे कई इमारतें गिर गईं और कई मकानों की खिड़कियां टूट गईं।

तुर्की में भूकंप के चलते लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि तुर्की में जनहानि और संपत्ति के नुकसान से मैं काफी दुखी हूं। पीएम ने कहा कि भारत तुर्की के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव सहायता देने को तैयार है।

हैबरटर्क टेलीविजन की मानें तो मलत्या, दियारबाकिर और मालट्या के पड़ोसी प्रांतों में भी कई इमारतें गिर गईं। हालांकि, हताहतों की संख्या पर तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। भूकंप के झटके लेबनान और सीरिया में भी महसूस किए गए। सीरिया के राज्य मीडिया ने बताया कि उत्तरी शहर अलेप्पो और मध्य शहर हमा में कुछ इमारतें ढह गईं।

जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) के अनुसार मध्य तुर्की में 10 किमी की गहराई में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया है। तुर्की के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (एएफएडी) ने बताया कि भूकंप एक मिनट तक महसूस किया गया। तुर्की के अधिकारियों ने अभी तक किसी के मरने या घायल होने की सूचना नहीं दी है, लेकिन सोशल मीडिया नेटवर्क पर पोस्ट किए गए वीडियो में कई इमारतों को धराशायी हुई दिखाया गया है।इससे पहले नवंबर 2022 में तुर्की में भूकंप के झटके महसूस हुए थे। उस वक्त रिएक्टर स्केल पर तीव्रता 5.9 मापी गई थी। जिसकी वजह से करीब 50 लोग घायल हुए थे।

तुर्की के दक्षिण में सीरियाई सीमा के पास स्थानीय समयानुसार सवेरे 4:17 को भूकंप का एक शक्तिशाली झटका महसूस किया गया है.तुर्की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा है कि पूरे इलाक़े में एक के बाद एक 40 से अधिक आफ़्टरशॉक महसूस किए गए हैं.तुर्की समेत लेबनान, सीरिया, साइप्रस, इसराइल और फ़लस्तीन में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन ने देश में आपातकाल लागू कर दिया है. यहां तेज़ी से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है.अधिकारियों के अनुसार तुर्की और सीरिया में अब तक 500 से अधिक लोगों की मौत की ख़बर है.तुर्की में अब तक मरने वालों का आंकड़ा 284 हो गया है. वहीं सीरिया में भूकंप के कारण भीषण तबाही की ख़बर है. यहां अब तक 237 लोगों की मौत की ख़बर है.

तुर्की में सोमवार तड़के एक के बाद भूकंप के दो शक्तिशाली झटके महसूस किए गए हैं. इसके बाद तुर्की सरकार ने आपातकाल लगाने की घोषणा की है. भूकंप प्रभावित इलाकों में इमारतों को भारी नुक़सान पहुंचा है.तुर्की में तेज़ी से बचाव कार्य किया जा रहा है, लेकिन अधिकारी आशंका जता रहे हैं कि अभी भी कई लोग मलबे में दबे हो सकते हैं.अमेरिकी भूगर्भीय सर्वे ‘यूएसजीएस’ के अनुसार भूकंप का पहला झटका सीरियाई सीमा के क़रीब गाज़िएनटेप में कहमानमारश के पास महसूस किया गया. यूएसजीएस के मुताबिक़, इस भूकंप की तीव्रता 7.8 दर्ज की गयी.

भूकंप के झटके तुर्की की राजधानी अंकारा और दूसरे शहरों समेत लेबनान, सीरिया, साइप्रस, फ़लस्तीन में भी महसूस किए गए हैं.तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान शोयलू ने कहा कि भूकंप का बड़ा असर देश के 10 शहरों- कहमानमारश, हैटे, गाज़िएनटेप, ओस्मानिये, अदियामान, सनलिउर्फ़ा, मलेटिया, अदाना, दियारबाकिएर और किलिस पर पड़ा है.तुर्की और उसके पड़ोसी सीरिया में भूकंप के कारण 500 से अधिक लोगों की मौत हुई है. अधिकारियों का कहना है कि मौतों का ये आंकड़ा तेज़ी से बढ़ रहा है.

तुर्की के उप राष्ट्रपति फुआत ओक्टाए ने कहा है कि देश में भूकंप के कारण मौतों की आंकड़ा 284 हो चुका है जबकि घायलों की संख्या 2,323 हो गई है.सीरियाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि यहां अब तक 237 लोगों के मरने और 600 से अधिक लोगों के घायल होने की ख़बर है.सीरिया के अलेप्पो, लटाकिया, हामा और टार्टस में भूकंप के कारण भीषण तबाही की ख़बर है. अलेप्पो में बड़ी संख्या में इमारतों के गिरने की भी ख़बरें हैं. अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है विद्रोहियों के कब्ज़े वाले इलाक़ों में कितनी तबाही हुई है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश की इंटरनेशनल डेवेलपमेन्ट एजेंसी से ये आकलन करने को कहा है कि ऐसे हालातों में किस तरह की मदद पहुंचाई जाए.व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा है कि तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से हुई तबाही से अमेरिका चिन्तित है.उन्होंने लिखा, “मैं तुर्की में अधिकारियों के साथ संपर्क में हूं. इस मौक़े पर हम तरह की मदद करने को तैयार है. हम तुर्की में स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं. ”

तुर्की में आई इस आपदा पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है.ट्विटर पर उन्होंने लिखा, “तुर्की में आए भूकंप के कारण हुई जान-माल की क्षति से दुख हुआ. शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना. घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. भारत तुर्की के लोगों के साथ खड़ा है और हर इस संकट से उबरने में हर संभव मदद करने को तैयार है.”

इसराइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा है कि तुर्की की मदद के लिए वो तैयारी कर रहे हैं. इसराइल के रक्षा मंत्री ने कहा है कि ज़रूरत पड़ने पर राहत कार्य में मदद के लिए उसके सैनिक तुरंत रवाना होने को तैयार है.तुर्की के राष्ट्रपति रिचेप तैय्यप अर्दोआन ने भूकंप प्रभावित इलाक़ों में शुरु किए गए बचाव अभियानों को लेकर ट्विटर पर जानकारी दी है.

उन्होंने लिखा है, “मैं कहमानमारश समेत देश के दूसरे इलाकों में भूकंप से प्रभावित हुए अपने नागरिकों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं. हमारे सभी बचाव दल एएफ़एडी के समन्वय में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं.हमारी तलाश और बचाव टीमों को भूकंप प्रभावित इलाकों में भेज दिया गया है. इसके साथ ही गृह मंत्रालय समेत तमाम अन्य एजेंसियों की ओर से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है.”

तुर्की के गाज़िएनटेप में आए भूकंप का केंद्र तुर्की से 26 किलोमीटर दूर पूर्व में नूरदा के पास बताया जा रहा है.जर्मन रिसर्च सेंटर ऑफ़ जियोसाइन्सेज़ (जीएफ़ज़ी) के हवाले से इसे 7.4 तीव्रता का भूकंप बताया गया है. जीएफ़ज़ी के अनुसार भूकंप का केंद्र ज़मीन से 10 किलोमीटर नीचे था.वहीं यूएसजीएस ने कहा है कि भूकंप का केंद्र ज़मीन से 11 मील नीचे था. यूएसजीएस के अनुसार इसकी तीव्रता पर 7.8 थी.

 

 

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