बेबी केयर सेंटर में लगी आग, सात नवजात की मौत

दिल्ली। विवेक विहार स्थित दो मंजिला बेबी डे केयर सेंटर में शनिवार रात भीषण आग लग गई। सेंटर में भर्ती 12 नवजात में से सात ने दम तोड़ दिया। इसमें से कुछ झुलस गए थे तो कुछ नवजात ऑक्सीजन सपोर्ट हटने से जीवित नहीं रह पाए।

विवेक विहार थाना (Vivek Vihar) ने मृत नवजातों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी भेज दिया है। केयर सेंटर का संचालक व बाकी स्टाफ हादसे के बाद से फरार है। हादसे की सूचना नवजातों के स्वजन को नहीं है। बाकी बचे नवजातों का इलाज ईस्ट दिल्ली एडवांस नर्सिंग होम में चल रहा है।

जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि शनिवार रात 11:30 विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर में आग लगने की सूचना मिली थी। दमकल व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। आग इतनी भीषण थी कि आसपास के दो अन्य मकानों को भी चपेट में ले लिया।केयर सेंटर में ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से आग ने विकराल रूप ले लिया। सिलेंडर केयर सेंटर से दूर दूर जाकर गिरे। लोगों को लगा कि भूकंप का गया है। केयर सेंटर के दो रास्ते है।

पिछले रास्ते की खिड़की को तोड़कर नवजातों को बाहर निकाला गया। एम्बुलेंस से नर्सिंग होम में भर्ती करवाया। सभी बच्चे केयर सेंटर में ऑक्सीजन सपोर्ट में थे। पुलिस (Delhi Police) उनके अभिभावकों का पता लगा रही है।बेबी केयर सेंटर में आग की घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा किदिल्ली के एक अस्पताल में आग लगने की घटना हृदय विदारक है। इस अविश्वसनीय कठिन समय में मेरी संवेदनाएँ शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि जो घायल हुए हैं वे जल्द सेजल्द ठीक हो जाएं।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने विवेक विहार मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा किबहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना की सूचना मिली। मैंने सचिव (स्वास्थ्य) से वर्तमान स्थिति के बारे में अद्यतन जानकारी देने को कहा है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लापरवाही बरतने वाले या किसी भी गलत कार्य में शामिल पाए जाने वालों को सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित की जाएगी।

इसके बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा किबच्चों के अस्पताल में आग की ये घटना हृदयविदारक है। इस हादसे में जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया उनके साथ हम सब खड़े हैं। घटनास्थल पर सरकार और प्रशासन के अधिकारी घायलों को इलाज मुहैया करवाने में लगे हुए हैं। घटना के कारणों की जाँच की जा रही है और जो भी इस लापरवाही का जिम्मेदार होगा वो बख्शा नहीं जाएगा।

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