कोटद्वार। गजराज गश्त पर निकले और राष्ट्रीय राजमार्ग जाम हो गया। सड़क के दोनों ओर लगी वाहनों की लंबी कतार के बीच से गुजरते गजराज को देख आमजन की सांसें थमती नजर आई। वाहनों से घिरा हाथी एक मर्तबा इस कदर उग्र हो गया कि उसने एक कार के बोनट पर पैर रख दिया। खुद को सूचना पर लैंसडौन वन प्रभाग की एसओजी टीम ने मौके पर पहुंच गजराज को जंगल की ओर विदा किया।
नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार का दिन पूरी तरह जाम के नाम रहा। पुलिस चेकिंग के चलते जहां कौड़िया और तिलवाढांग में जाम लगा रहा, वहीं कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य गजराज की मौज-मस्ती ने करीब पौन घंटे तक राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद रखी। दोपहर करीब दो बजे खोह नदी से पानी पीने के बाद एक टस्कर हाथी लालपुल के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग पर उतर आया। हाथी के सड़क पर आने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। कुछ देर हाथी सड़क के मध्य में खड़ा रहा व सड़क पर ही चहलकदमी करने लगा।
हाथी जैसे ही गाड़ियों की ओर बढ़ता, वाहन सवार व्यक्ति अपने वाहनों से उतर पीछे की ओर भागने लगते। करीब पौन घंटे तक यही खेल चलता रहा। सूचना के बाद मौके पर लैंसडौन वन प्रभाग की एसओजी टीम के वन आरक्षी भूपेंद्र रौतेला, अनूप रावत, आनंद व राकेश मौके पर पहुंचे और हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर वाहनों से घिरा हाथी एक मर्तबा इस कदर उग्र हो गया कि उसने एक कार के बोनट पर पैर रख दिया। सौभाग्य से कार में सवार व्यक्ति पहले ही कार छोड़ दूर खड़े थे। बाद में उक्त व्यक्ति वन विभाग की तिलवाढांग चेक पोस्ट पर पहुंचा व हुए नुकसान का मुआवजा मांगा।