अधिकतम शिकायत का मौके पर ही निस्तारण किया

पौड़ी: जनपद के तहसील बारहस्यू पौड़ी में जन समस्याओं के निस्तारण को लेकर आज जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में तहसील दिवस आयोजित किया गया। तहसील दिवस में प्राप्त विभागों की शिकायतों पर चर्चा करते हुए अधिकतम शिकायत का मौके पर ही निस्तारण किया गया। विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्राप्त शिकायत पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करेंगे। कहा कि तहसील दिवस, बहुउद्देशीय शिविर, अथवा अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायत अथवा प्रकरणों की अधिकारी अपने अपने शिकायत पंजिका बनाकर, अपडेट करेंगे। मासिक समीक्षा बैठक के दौरान कार्य प्रगति की जानकारी प्रस्तुत करेंगे तथा प्रकरणों की कार्य प्रगति की विवरण शासन को भी प्रेषित करना सुनिश्चित करेंगे।

उन्होने गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। कहा कि गांव स्तर पर भी अधिकारी पहुंचकर ग्रामीणों की छोटी मोटी शिकायत को मौके पर ही निस्तारण करें। ताकि लोगों में कार्यो के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बनी रहे। कहा कि मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से बीडीसी बैठक एवं बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया जायेगा। जिसकी रोस्टर जारी कर दी जायेगी। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने अधिकारियों को निदेशिक किया कि जिलाधिकारी द्वारा दिये गये समय सीमा के भीतर सभी शिकायतों को प्राथमिकता से निस्तारित करेगे।

तहसील पौड़ी में आयोजित तहसील दिवस में कुल 52 शिकायतें दर्ज की गई। जिसमें पेयजल, विद्युत, लोनिवि, पीएमजीएसवाय, समाज कल्याण, बाल विकास, शिक्षा, सिंचाई, पंचायत राज, पर्यटन, राजस्व उद्यान विभाग, भूमि वाद, पैमाइस, आपसी झगड़ा गाली गलौज संबंधी सहित अन्य विभागों की शिकायतें शामिल हैं। जिलाधिकारी ने सभी शिकायतों का एक माह के अन्दर निस्तारण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। तहसील दिवस में स्थानीय लोगों की पेयजल निगम, जल संस्थान, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण, समाज कल्याण, सहित अन्य मुख्य विभागों से संबंधित कई समस्याओं का मौके पर समाधान किया गया।

सभी विभागों को निर्देशित किया कि जिन प्रकरणों पर प्रस्ताव तैयार किये गये हैं, उन पर शीघ्रता से कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। सडक, पंचायत भवन, यात्री सेड ध्वस्त, आगनबाड़ी, मंदिर सौर्न्दयकरण कार्य आदि शिकायतो पर जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को संयुक्त टीम गठित कर जांच कराने के निदेश दिये। जबकि जल संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु अनुभवी ग्रामीणों सुझाव भी लेने तथा जनपदीय मोटर मार्ग के दोंनो तरफ झांडी कटान की मांग पर जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया। ताकी पैदल आवाजाही करने वाले ग्रामीणों को बाघ आदि जगली जानवर से सुरक्षा बनी रहे। वही पौड़ी में बंदरों की आतंक को लेकर आयी शिकायत पर उन्होने प्रभागीय वनाधिकारी को उचित समाधान करने को कहा।

इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी मुकेश कुमार आर्य, प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम सोहन लाल, उपजिलाधिकारी श्याम सिह राणा, पीडी संजीव कुमार रॉय, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, जिला यूनानी आयुर्वेद अधिकारी सुभाष चन्द्र, जिला पर्यटन विकास अधिकारी के एस नेगी, कोषा अधिकारी प्रवीण बड़ोनी, मुख्य कृषि अधिकारी डीएस राणा, जिला मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, सिंचाई अधिकारी राजीव रंजन, जिला पूर्ति अधिकारी के एस कोहली, जिला शिक्षा के एस रावत, अ0अ0 लोनिवि अरूण पाण्डेय, स0अ0 लोनिवि जी. एस. कौण्डल, बाल विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला उद्यान अधिकारी डा0 नरेन्द्र कुमार, सहित अन्य अधिकारी एवं फरियादी उर्मिला देवी, जगमोहन डांगी, सतेश्वरी देवी, प्रमोद खण्डूड़ी, प्रदीप नेगी, विपिन सिह, नवल किशोर सहित अन्य उपस्थित थे।

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