इस आईलैंड में रहते हैं सिर्फ 250 लोग!

उदय दिनमान डेस्कः दुनिया मे ऐसी बहुत सी जगह है जहां टूरिस्ट अपनी छुट्टियां एंजॉय करने के लिए जाते हैं. कुछ लोग हिल स्टेशन या बीच पर जाना पसंद करते हैं तो कुछ लोग द्वीप पर जाना पसंद करते हैं. चारो ओर समुद्र के पानी से घिरे हुए द्वीपों की एक अलग ही खूबसूरती होती है.

हालांकि खूबसूरत होने के साथ-साथ कुछ द्वीप बेहद खास और रहस्यमय भी होते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही रहस्यमय द्वीप के बारे में बताएंगे जो दुनिया से काफी अलग बसा हुआ है. आपको बता दें कि इस द्वीप पर ज्यादा आबादी भी नहीं है. आइए जानते हैं कि दुनिया से अलग बसे इस द्वीप का क्या नाम है और इस किस तरह जाया जा सकता है?

पूरी दुनिया से अलग बसे द्वीप का नाम ट्रिस्टन दा कुन्हा है. बताया जाता है कि यह सबसे दूरस्थ आबादी वाला द्वीप है. पुर्तगाली खोजकर्ता ने 1506 मे खोज की थी. यह द्वीप दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से तकरीबन 2787 किलोमीटर दूर दक्षिण अटलांटिक महासागर मे सबसे अलग बसा हुआ है.

सन 1816 मे ब्रिटिश सैनिकों का एक समूह कुछ नागरिकों के साथ इस द्वीप पर आया था. जिसमें कुछ बच्चे और महिलाएं भी थीं. ब्रिटिश सैनिक सेंट हेलेना से नेपोलियन बोनापार्ट के बचाव को रोकने के लिए इस द्वीप पर रहते थे. हालत ठीक होने पर कुछ सैनिकों और नागरिकों ने द्वीप को अपना घर बना लिया. सन 2018 तक इस द्वीप पर ब्रिटिश ओवरसीज टेरिटरीज नागरिकता के साथ 250 स्थायी निवासी रहते थे.

इस द्वीप पर जाने के लिए कोई हवाई पट्टी नहीं है बल्कि सिर्फ नाव से ही आया और जाया जा सकता है. इस द्वीप पर जाने के लिए दक्षिण अफ्रीका से छह दिन का सफर तय करना पड़ता है.

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