देहरादून। चारधाम यात्रा में परिवहन व्यवस्था की तैयारियों को लेकर परिवहन विभाग अभी से आंकलन में जुट गया है। गत वर्ष यात्रा में पहली बार रोडवेज बसें लगाई गई थीं। दरअसल, कोरोना प्रभाव के कारण प्राइवेट बस संचालक संचालन के लिए तैयार नहीं हुए तो सरकार को रोडवेज बसों को यात्रा में लगाना पड़ा। ऋषिकेश से गंगोत्री समेत केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए रोडवेज बसें संचालित की गई थी। इनके टिकट भी ऑनलाइन सेवा से जोड़े गए थे और बसों का परिणाम सकारात्मक रहा था।
परिवहन विभाग इस बार भी पहले चरण में रोडवेज की 50 बसें यात्रा में लगाने की तैयारी कर रहा है। इसके अतिरिक्त रोडवेज हरिद्वार व ऋषिकेश बस अड्डे से प्रतिदिन यात्रा मार्ग के प्रमुख स्टेशन उत्तरकाशी, जोशीमठ और गंगोत्री, यमुनोत्री के लिए 25-30 बसों को भी संचालित करेगा। जरूरत पर देहरादून से भी सिटी बसें यात्रा में लगाई जाएंगी, बशर्ते उनकी दशा यात्रा के लिहाज से बेहतर हो।
परिवहन विभाग ने यात्रा मार्ग पर वाहनों के संचालन का वक्त निर्धारित कर दिया है। यात्रा मार्ग पर सुबह पांच बजे से रात आठ बजे तक ही वाहन संचालन होगा। दुर्घटना पर अंकुश लगाने के इरादे से किए गए इस फैसले में परिवहन व पुलिस की चेकपोस्ट के जरिए देर रात में चलने वाले वाहनों को रोका जाएगा।
यात्रा मार्ग पर रफ्तार का खेल रोकने के लिए व्यावसायिक वाहनों को चालकों को यात्रा के शुरू में पड़ने वाली चेकपोस्ट और लौटते समय उसी चेकपोस्ट पर ग्रीनकार्ड में तारीख और समय को अंकित कराना होगा। उदाहरण के लिए यदि यात्रा का समय सात दिन का है तो चालक को जाते हुए पहले दिन व लौटते हुए सातवें दिन एंट्री करानी होगी। यदि वह बिना कारण निर्धारित समय से पूर्व लौट आता है तो उसका ग्रीनकार्ड निरस्त कर दिया जाएगा।