दिल्लीः देश में इस साल ठंड में भी कहर बरपा रही है. उत्तरी और मध्य हिस्से अब भी सर्दी की चपेट (Cold Wave) में हैं जबकि हिमालयी क्षेत्रों में रुक रुककर बर्फबारी (SnowFall ) का दौर जारी है. देश के कुछ इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है.
मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में सोमवार से तापमान बढ़ने से एक सप्ताह से जारी कड़ाके की ठंड से राहत मिलनी शुरू हो गयी है. आईएमडी के अनुसार, पड़ोसी राजस्थान में चक्रवाती हवाओं का प्रभाव बना हुआ हुआ है, जिसके चलते मध्यप्रदेश में सोमवार से तापमान में वृद्धि होने लगी है. इससे मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में कड़ाके की ठंड से राहत मिलनी शुरू हो गयी है.
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में (रविवार सुबह साढ़े आठ बजे से सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक) प्रदेश में सबसे कम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस मंडला एवं उमरिया में दर्ज किया गया. जानकारी के अनुसार, प्रदेश में बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को कुछ स्थानों पर बादल छाये रहने का पूर्वानुमान है और हल्की बारिश एवं ओले गिर सकते हैं.
मौसम विभाग ने आने वाले तीन से चार दिनों के लिए ओडिशा के कुछ जिलों में जबरदस्त शीतलहर चलने को लेकर चेतावनी जारी की है. इसके चलते राज्य सरकार ने जिलों के प्रशासन को लोगों की सहायता के मद्देनजर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गयी और यहां का न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो सामान्य तापमान से तीन डिग्री कम है. मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, रविवार सुबह दिल्ली में शीतलहर चली थी तथा न्यूनतम तापमान गिरकर 3.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था. मैदानी इलाकों में ठंडी एवं शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं की वजह से मंगलवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी यहां शीतलहर चली थी.
निजी मौसम पूर्वानुमान कम्पनी ‘स्काइमेट वेदर’ ने 2021 में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है. वर्ष 2019 और 2020 में दक्षिण-पश्चिम मानसून में बारिश सामान्य से अधिक हुई थी. ला नीना, जो प्रशांत सागर के जल के शीतलन से जुड़ा है, भारतीय मानसून को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है. स्काईमेट वेदर ने कहा है कि अभी प्रशांत महासागर में पर्याप्त ठंडक है और ला नीना की स्थितियां चरम पर हैं. समुद्र की सतह के तापमान (एसएसटी) के जल्द ही बढ़ने और ला नीना के जारी रहने की संभावना में गिरावट आएगी. उसने कहा कि इस साल मानसून सामान्य रह सकता है, जिसकी शुरुआत ठीक-ठाक और इसके खत्म होने तक इसमें बारिश के सामान्य से अधिक होने का अनुमान है.
निजी मौसम पूर्वानुमान कम्पनी ‘स्काइमेट वेदर’ ने 2021 में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सामान्य रहने का अनुमान जताया है. वर्ष 2019 और 2020 में दक्षिण-पश्चिम मानसून में बारिश सामान्य से अधिक हुई थी.
पंजाब और हरियाणा में कड़ाके की ठंड के साथ ही सोमवार को अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पंजाब के आदमपुर में न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के अनुसार, 3 और 4 फरवरी को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में है. वहीं स्काईमेट के अनुसार, इन दोनों दिन देश के कई इलाकों में भारी बारिश होगी. ऐसे में फरवरी में भी ठंड अभी जाती नजर नहीं आ रही है.
मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान किया है कि एक और दो फरवरी को राज्य के उत्तर-पश्चिमी भागों (पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, रांची, रामगढ़ तथा गिरिडीह) में कहीं-कहीं शीतलहर चलने की संभावना है. इस दौरान न्यूनतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेसि तक की गिरावट आ सकती है.उत्तर प्रदेश के कानपुर में आज सुबह कोहरा छाए रहने की वजह से विज़िबिलिटी कम हुई. मौसम विभाग के अनुसार शहर में अभी तापमान 9.81 डिग्री सेल्सियस है.
बिहार के मुजफ्फरपुर में आज सुबह घना कोहरा छाया रहा और ठंडी हवाएं चल रही हैं. कोहरे की वजह से विज़िबिलिटी(दृश्यता) बहुत कम रही.हरियाणा के कई जिलों में 3 से 5 फरवरी तक बारिश की संभावना हैं. मौसम विभाग के अनुसार अफगानिस्तान से जम्मू एंड कश्मीर की ओर पश्चिमी विक्षोभ बढ़ रहा है जिसका असर 2 फरवरी की रात से दिखना शुरू हो जाएगा.
दिल्ली में जनवरी में सात दिन शीतलहर चली जो 2008 के बाद इस महीने में सर्वाधिक ऐसे दिन हैं. जब मैदानी भाग में न्यूनतम तापमान चार डिग्री तक गिर जाता है तो आईएमडी शीतलहर की घोषणा करता है. जब मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान दो डिग्री या उससे भी नीचे चला जाता है तो वह भयंकर शीतलहर की स्थिति होती है.
राजस्थान में विभाग ने अगले 24 घंटों के बाद राज्य में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने तथा एक फरवरी से शीतलहर से राहत मिलने की संभावना जताई है. वहीं आगामी 4-5 फरवरी को जयपुर, भरतपुर व बीकानेर सम्भाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की भी संभावना जताई है.
राजस्थान के एक मात्र पर्वतीय पयर्टन स्थल माउंट आबू में पारा लगातार जमाव बिंदु से नीचे बना हुआ है जहां बीती रात यह शून्य से नीचे 2.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार राज्य के अन्य इलाकों में भी सर्दी का जोर जारी है.मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार अगले दो से चार दिनों तक बिहार में उत्तर पश्चिम सर्द हवाओं का प्रभाव जारी रहेगा. मगर, राज्य की अधिकतर जगहों पर दिन में धूप निकलने की संभावना दर्ज की गयी है.
उत्तर-पश्चिम सर्द हवाओं के कारण ठंड ने अपना प्रभाव कम नहीं किया. वहीं बिहार में सबसे अधिक सर्द शहर गया रहा.मौसम में पिछले तीन-चार दिनों से हुए बदलाव के कारण झारखंड में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है. मौसम केंद्र ने इसे लेकर येलो अलर्ट (चेतावनी) जारी किया है.
बिहार में गया और पटना में सबसे अधिक सर्दी अपना असर दिखा रही है. रविवार को पटना राज्य का दूसरा सबसे अधिक ठंडा शहर रहा. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राजधानी में बीते सात सालों का रिकॉर्ड टूट गया और न्यूनतम पारा लुढ़क कर 3.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया.
ओडिशा के 11 जिलों में शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा. विभाग ने कहा कि सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, क्योंझर, मयूरभंज, देवगढ़, बरगढ़, संबलपुर, बोलांगीर, सोनपुर, बौध और अंगुल जिलों के कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटों में शीतलहर की स्थिति का अनुमान है.
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक इलाके शीत लहर की चपेट में रहे और सभी मंडलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहा. आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर शीत लहर का प्रकोप रहा. कुछ इलाकों में इसका प्रचंड रूप भी महसूस किया गया.
पंजाब और हरियाणा में रविवार को भी कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और बठिंडा, हलवारा तथा सिरसा में न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पंजाब के बठिंडा में न्यूनतम तापमन 0.6 डिग्री सेल्सियस जबकि हलवारा में 0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.