पाकिस्‍तान में आर्मी बेस पर टीजेपी का आत्‍मघाती हमला

पेशावर: उत्‍तर पश्चिमी पाकिस्‍तान में मंगलवार को एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है। बताया जा रहा है कि यह एक आत्‍मघाती हमला था। आतंकियों ने डेरा इस्माइल खान जिले के दाराबा इलाके में विस्फोटक से भरी कार को एक इमारत से टकरा दिया।

इस हमले में दो दर्जन सैनिकों की मौत हो गई है। जबकि 34 सैन‍िक घायल रहे हैं। डेरा इस्‍माइल खान का दरबान वह जिला है जहां पर आतंकी गतिविधियों में इजाफा होता जा रहा है। यह जिला खैबर पख्‍तून्‍ख्‍वां के करीब है और यह जगह तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) का गढ़ है। इस वजह से दरबान भी आतंकी घटनाओं का खामियाजा भुगत रहा है।

न्‍यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक आतंकियों ने एक पुलिस स्‍टेशन और आर्मी बेस को निशाना बनाया है। इस हमले में 24 सैनिकों के मारे जाने की खबरें हैं। जियो न्‍यूज के मुताबिक सुरक्षा बलों ने गोलीबारी के दौरान चार आतंकवादियों को भी मार गिराया। इससे पहले खबर आई थी कि हमले में तीन पुलिस अधिकारी मारे गए हैं।

एएफपी ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि कई लोगों की मौत तब हुई जब वो सो रहे थे और आम कपड़ों में थे। इसल‍िए इस बात को भी सुनिश्चित नहीं किया जा पा रहा है कि जो मारे गए थे क्‍या वह सभी सैन्‍यकर्मी थे।
अमेज़ॅन सेल का आखिरी दिन – स्ट्रेटनर, ट्रिमर और हेयर स्टाइलर पर 60% तक की छूट पाएं।

इस हमले की जिम्‍मेदारी तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने ली है। इस संगठन ने पाकिस्तान में कुछ बड़े हमलों का दावा किया है। ग्रुप के प्रवक्ता मुल्ला कासिम ने इसे आत्मघाती मिशन हमला करार देते हुए कहा कि इसे मावलवी हसन गंडापुर ने अंजाम दिया था। इस संगठन के बारे में ज्‍यादा कोई नहीं जानता है। लेकिन कुछ लोग इसे टीटीपी का ही हिस्‍सा कहते हैं।

पिछले साल पाकिस्‍तान में खासतौर पर खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि हुई है। हमलों में इस प्रांत में कम से कम 470 सुरक्षाकर्मी और नागरिकों की मौत हुई है। जियो न्यूज की मानें तो अकेले एक साल में इस प्रांत में 1050 आतंकी घटनाएं हुई हैं।

प्रांत के गृह विभाग और जनजातीय मामलों के रिकॉर्ड के अनुसार पिछले तीन सालों के दौरान 1823 आतंकी घटनाओं में 698 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो चुकी है। पिछले साल पाकिस्‍तान-अफगान सीमा पर सात क्षेत्र आतंकवाद के हॉटस्पॉट के तौर पर करार दिए गए हैं।

इन क्षेत्रों में पेशावर, खैबर, उत्तरी वजीरिस्तान, दक्षिणी वजीरिस्तान, डेरा इस्माइल खान, बाजौर और टैंक शामिल हैं। 1050 आतंकी-संबंधी घटनाओं में से, बंदोबस्ती में 419, फाटा में 631, उत्तरी वजीरिस्तान में 201, खैबर में 169, दक्षिणी वजीरिस्तान में 121, डेरा इस्‍माइल खान में 98, बाजौर में 62, टैंक और पेशावर में 61-61 घटनाएं दर्ज की गईं हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *