उत्तराखंड : टीकाकरण ने फिर पकड़ी रफ्तार

देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर टीकाकरण ने रफ्तार पकड़ ली है। वैक्सीन की कमी के कारण पिछले कुछ दिन से बहुत कम कम टीकाकरण किया जा रहा था। पर केंद्र से वैक्सीन की 3.20 लाख खुराक मिल जाने के बाद अब टीकाकरण केंद्रों पर दोबारा भीड़ जुटने लगी है। बुधवार को प्रदेश में 432 केंद्रों पर टीकाकरण किया गया।

राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने बताया कि 42268 व्यक्तियों को टीका लगा है। 45 साल से अधिक उम्र के 39,108 व्यक्तियों को टीका लगा है। वहीं, 6578 फ्रंटलाइन वर्कर्स व 582 स्वास्थ्य कर्मियों को भी टीका लगाया गया है। इस तरह राज्य में अब तक चार लाख, 80 हजार, 484 व्यक्तियों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। वहीं 17 लाख, एक हजार 989 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है।

गढ़वाल भ्रातृमंडल के सभागार में 45 से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। जिसमें 235 व्यक्तियों को टीका लगा। भीड़ को देखते हुए टीकाकरण छह मई को भी जारी रखा जाएगा। क्षेत्रीय विधायक विनोद चमोली ने भी टीकाकरण का जायजा लिया व जन सामान्य को टीका लगाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस केंद्र को 18-44 आयुवर्ग के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है। इस दौरान सचिव दीपक नेगी, महासचिव सर्वेंद्र फर्सवाण, जनसंपर्क अधिकारी जयपाल सिंह रावत, अरुण थपलियाल आदि उपस्थित रहे।

सिद्ध पीठ श्री सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर के सभागार में लगातार दूसरे दिन टीकाकरण किया गया। स्वास्थ्य विभाग से निर्मला पांडे और लीला नौटियाल ने करीब 200 व्यक्तियों का टीकाकरण किया। जनसामान्य में टीकाकरण को लेकर त उत्साह दिखा। इस दौरान मंदिर समिति के प्रधान सुभाष माकिन, विनोद कुमार, रवि भाटिया, उदय दत्ता आदि मौजूद रहे।

 

दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में हर दिन कई बैंककर्मी फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं। वह इसके लिए सरकार के किसी शासनादेश का हवाला दे रहे हैं। इस कारण आए दिन हंगामे की स्थिति बन रही है। ऐसे में बुधवार को अस्पताल प्रशासन ने स्वास्थ्य महानिदेशालय से दिशा-निर्देश मांगे। स्वास्थ्य महानिदेशालय ने साफ किया है कि यदि कोई बैंककर्मी 45 वर्ष से ऊपर है तो वह टीका लगवा सकता है। इससे कम उम्र के व्यक्ति को वैक्सीन 18-44 वर्ष के आयुवर्ग का टीकाकरण शुरू होने के बाद ही लग पाएगी।

बैंककर्मी खुद को फ्रंटलाइन वर्कर की श्रेणी में बता रहे हैं, लेकिन फिलवक्त फ्रंटलाइन वर्कर का नवीन पंजीकरण नहीं किया जा रहा है। कुछ वक्त पहले फ्रंटलाइन वर्कर में गैर लाभार्थियों का टीकाकरण होने के कारण इस श्रेणी में नवीन पंजीकरण बंद कर दिए गए थे। ऐसे में रोजाना बड़ी संख्या में बैंककर्मियों के टीकाकरण के लिए पहुंचने से अस्पताल प्रशासन भी दिक्कत झेल रहा है। इसके लेकर वहां स्टाफ को भी काफी दिक्कत हो रही है।

अस्पताल की टीकाकरण प्रभारी सुधा कुकरेती का कहना है कि रोजाना कई बैंक कर्मचारी पहुंच रहे हैं, और टीका लगवाने की मांग करते हैं। लेकिन फ्रंटलाइन वर्कर्स का अब कोई पंजीकरण नहीं हो रहा है। स्वास्थ्य महानिदेशालय से भी पूछा गया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया है। अब जो भी निर्देश मिलेंगे, उसी के अनुसार टीकाकरण किया जाएगा।

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